सार
भारत में निर्माण किया गया स्टील्थ गाइडेड आईएनएस इंफाल मंगलवार को भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया गया है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में इस युद्ध पोत भारतीय नौसेना में शामिल किया गया।
INS Imphal. मुंबई के नौसेना डाकयार्ड में आईएनएस इंफाल को नेवी के बेड़े में शामिल कर लिया गया है। इसके आते ही भारतीय नौसेना की ताकत कई गुना बढ़ गई है। ब्रह्मोस मिसाइस से लैस आईएनएस इंफाल समुद्र की लहरों पर दुश्मन के दांत खट्टे करने के लिए अकेले ही काफी है। इसकी खासियत ही इसे विध्वंसक बनाती है। इस युद्धपोत को हिंद महासागर में तैनात किया जाएगा, जो सीधे चीन को चुनौती देने के लिए उद्देश्य से किया जा रहा है। आइए जानते हैं कि आईएनएस इंफाल की 10 सबसे बड़ी खासियत क्या है।
आईएनएस इंफाल की 10 सबसे बड़ी ताकत
- आईएनएस इंफाल भारत का पहला युद्धपोत है जिसका नाम नार्थईस्ट के किसी शहर के नाम पर रखा गया है। इससे पहले नार्थ ईस्ट को प्रतिनिधित्व नहीं मिलता था।
- आईएनएस इंफाल को 26 दिसंबर 2023 को मुंबई डाकयार्ड में भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया है। यह विध्वंसक युद्धपोत है।
- इस युद्धपोत की सबसे बड़ी ताकत है कि यह परमाणु, बायो वैपन और केमिकल वैपन के बीच भी युद्ध लड़ सकता है।
- आईएनएस इंफाल की युद्ध क्षमता बढ़ाने के लिए इसे सतह से सतह तक मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल से लैस किया गया है।
- आईएनएस इंफाल पर मध्यम दूरी की हवा से हवा में मार गिराने वाली लेटेस्ट मिसाइलों से भी लैस किया गया है। यह इसकी ताकत बढ़ाता है।
- इस युद्धपोत पर सबमरीन पनडुब्बी रोधी स्वदेशी रॉकेट लांचर तैनात किया गया है। साथ ही सुपर रैपिड गन भी इंस्टाल किया गया है।
- इस युद्धपोत पर तैनात ब्रह्मोस मिसाइल 90 डिग्री घूमकर दुश्मन को पलक झपकते ही ढेर कर देगी। सेंसर सहित लेटेस्ट हथियारों से यह लैस है।
- आईएनएस इंफाल पर लगे सेंसर दुश्मन की ताकत का तत्काल पता लगा लेंगे लेकिन दुश्मन इन सेंसर्स का पता नहीं लगा पाएंगे।
- आईएनएस इंफाल युद्धपोत की स्पीड 56 किलोमीटर प्रतिघंटे यानि 30 समुद्री मील प्रति घंटे की होगी, यह स्पीड को बढ़ा भी सकती है।
- आईएनएस इंफाल की लंबाई 535 फीट और वजन करीब 7400 टन है। इसमें 75 प्रतिशत तक स्वदेशी सामान का इस्तेमाल किया गया है।
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