सार
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्यसभा में कहा कि सभी नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 27 मार्च से 100 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित होंगी। भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति में सुधार होने के बाद यह फैसला लिया गया है।
नई दिल्ली। सभी अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों (International passenger flights) की सेवाएं 27 मार्च से फिर से शुरू होंगी। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने सोमवार को राज्यसभा को इसकी जानकारी दी। मंत्री ने यह घोषणा प्रश्नकाल के दौरान की।
सिंधिया ने कहा कि सभी नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 27 मार्च से 100 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित होंगी। भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति में सुधार होने के बाद यह फैसला लिया गया है। दरअसल, सरकार ने कोरोना के चलते 23 मार्च, 2020 से एक सप्ताह के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय निर्धारित उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था। कोरोना महामारी फैलने के चलते इस प्रतिबंध को दो साल तक बढ़ाया गया था। हालांकि, एयर बबल के तहत जुलाई 2020 से भारत और लगभग 35 अन्य देशों के बीच विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित हो रही हैं।
केंद्र सरकार के इस फैसले से अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इससे कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण बढ़ते हवाई किराए में नरमी लाने में मदद मिलेगी। सरकार ने पहले 15 मार्च को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने की योजना बनाई थी। रूस-यूक्रेन संघर्ष के चलते इसमें देर हुई। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए राहत उड़ानों की आवश्यकता थी।
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एयरलाइनों को मिली राहत
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हाल ही घोषणा की थी कि 27 मार्च से भारत से/के लिए अनुसूचित वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू किया जाएगा। भारत सरकार ने यह फैसला दुनिया भर में बढ़े हुए टीकाकरण कवरेज को मान्यता देने और हितधारकों के परामर्श के बाद लिया था। एयरलाइनों के लिए यह एक बहुत जरूरी राहत है। क्योंकि अंतरराष्ट्रीय परिचालन को फिर से शुरू करने का मतलब है कि वे लंबे क्षेत्रों में विमानों का उपयोग करने में सक्षम होंगे, जिसके परिणामस्वरूप संपत्ति का बेहतर उपयोग होगा। वे प्रति सीट अर्जित अपने राजस्व में भी सुधार करने में सक्षम होंगे, क्योंकि घरेलू मार्गों की तुलना में अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रों में किराया अधिक है।
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