सार

नागरिकता कानून का देश में कई जगहों पर हिंसक विरोध हो रहा है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर भी काफी विरोध देखने को मिल रहा है। उधर, जो लोग इसके समर्थन में हैं, वे भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। 

नई दिल्ली. नागरिकता कानून का देश में कई जगहों पर हिंसक विरोध हो रहा है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर भी काफी विरोध देखने को मिल रहा है। उधर, जो लोग इसके समर्थन में हैं, वे भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर हिंदू और मुस्लिमों को लेकर कई अफवाहों भरे पोस्ट भी वायरल हो रहे हैं, इनसे दोनों समुदायों के बीच नफरत फैलाने का काम किया जा रहा है। इससे दुखी होकर गुजरात कैडर के IPS विजय वर्धन ने सोशल मीडिया छोड़ने का मन बना लिया। 

विजय हरियाणा के सिरसा जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने साल 2018 में यूपीएससी की सिविल सर्विस की परीक्षा में 104 रैंक हासिल की थी। वे अभी गुजरात कैडर के IPS हैं।

विजय ने फेसबुक बयां किया दर्द
विजय ने फेसबुक पर लिखा, पूरी सोशल मीडिया हिन्दू-मुस्लिम, हम-तुम, भारत-पाकिस्तान, अपने-गैर, कश्मीर-बंगाल, हिंसा, नफ़रत एवं घृणा इत्यादि से भरा पड़ा है । जब भी खोल के देखता हूं सब ओर बस सिर्फ नफरत और व्हाट्सएप ज्ञान दिखता है ।

इस "विरोध के फैशन" के दौर में एक छोटा सा विरोध मेरा भी -- यही समय है फेसबुक त्यागने का । जब कोई "सोशल" बचा ही नहीं तो वो कैसी मीडिया ।

एक ही बात कहनी थी, ये सिर्फ वोटों की बंदरबांट है जो सामाजिक - धार्मिक -व्यक्तिगत फूट डालो राज करो नीति पर आधारित है । पर पता है हम भारतीय नहीं समझेंगे। चलिए आप चालू रखिए यही सब , अपुन चलता है । फिर मिलेंगे जब मन मानेगा। अभी जीवन में कुछ सकारत्मकता और प्रेम चाहिए जो सोशल मीडिया में रत्ती भर भी बची नहीं। अपने असली जीवन में खोजता हूं शायद वहाँ मिल जाए । जय हिंद। अपना ख्याल रखना भारत।

सोशल मीडिया पर मिला साथ
विजय की इस पोस्ट को लेकर कुछ लोगों ने उनका साथ दिया। लोगों ने कहा कि आप बिल्कुल सही कर रहे हैं। वहीं, कुछ लोगों ने कहा, इस तरह के माहौल के दौरान सोशल मीडिया छोड़ना सही नहीं।