सार

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में 10 साल बाद तीन महिलाओं ने जीत दर्ज की है। भाजपा की शगुन परिहार, नेशनल कॉन्फ्रेंस की शमीमा फिरदौस और सकीना इटू ने जीत हासिल की।

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव (Jammu and Kashmir Assembly Election 2024) हुए। 90 सीटों पर हुए चुनाव में तीन महिलाओं ने जीत दर्ज की है। इनमें से एक शगुन परिहार भाजपा नेता है। दो महिलाएं नेशनल कॉन्फ्रेंस की नेता हैं। 41 महिलाओं ने चुनाव लड़ा था।

ये तीन महिलाएं बनीं हैं विधायक

1-शगुन परिहार, भाजपा

भाजपा की शगुन परिहार जम्मू संभाग के किश्तवाड़ सीट से 521 वोटों से जीती हैं। ​​29 साल की शगुन को नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार और पूर्व मंत्री सज्जाद अहमद किचलू से कड़ी टक्कर मिल रही थी। 

शगुन ने इलेक्ट्रिक पावर सिस्टम्स में एमटेक किया है। वह PHD कर रही और जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी कर रही थीं। 2018 में पंचायत चुनाव से ठीक पहले शगुन परिहार के पिता अजीत परिहार और उनके भाई अनिल (उस समय भाजपा के राज्य सचिव थे) की उनके घर के पास आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी।

2- शमीमा फिरदौस, नेशनल कॉन्फ्रेंस 

शमीमा फिरदौस नेशनल कॉन्फ्रेंस की महिला विंग की अध्यक्ष हैं। उन्होंने कश्मीर संभाग के हब्बाकदल सीट पर भाजपा के अशोक कुमार भट को 9538 मतों के भारी अंतर से हराया है। फिरदौस को 12,437 और भट को 2,899 वोट मिले। 2008 और 2014 के चुनावों में उन्होंने इस सीट को जीता था।

2014 में अपनी पार्टी के सत्ता से बाहर होने के बाद फिरदौस ने श्रीनगर और घाटी के कुछ हिस्सों में महिला पार्टी कार्यकर्ताओं को संगठित करने के लिए खूब मेहनत की। इससे पार्टी को चुनाव में मदद मिली।

3-सकीना इटू, नेशनल कॉन्फ्रेंस

पूर्व मंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस की सीनियर नेता सकीना ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के डीएच पोरा विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की है। उन्होंने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के गुलजार अहमद डार को 17,449 वोटों से हराया। 1996 में 26 साल की उम्र में उन्होंने अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता था।