सार
जम्मू में शनिवार को शांति-सम्मेलन समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्यसभा के कार्यकाल से सेवामुक्त होने के बाद पहली बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल शामिल हुए।
नेशनल डेस्क. जम्मू में शनिवार को शांति-सम्मेलन समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्यसभा के कार्यकाल से सेवामुक्त होने के बाद पहली बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल शामिल हुए। इस दौरान सिब्बल ने पार्टी को लेकर कहा कि 'कांग्रेस कमजोर हो रही है, हमें इसे एक होकर मजबूत बनाना है।' वहीं, गुलाम नबी आजाद ने कहा कि 'हमें सभी धर्मों, लोगों और जातियों का एक ही तरह से सम्मान करना है।' इसके अलावा नबी साहब ने कांग्रेस पार्टी में इंटरनली चुनाव करने की मांग की।
सम्मेलन में क्या बोले कपिल सिब्बल?
सम्मेलन में कपिल सिब्बल ने कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि 'सच्चाई ये है कि कांग्रेस पार्टी हमें कमजोर होती दिखाई दे रही है और इसलिए हम यहां इकट्ठा हुए हैं। हमें इकट्ठा होकर पार्टी को मजबूत करना है। गांधी जी सच्चाई के रास्ते पर चलते थे, ये सरकार झूठ के रास्ते पर चल रही है।'
गुलाम नबी आजाद ने कही ये बात
राज्यसभा के कार्यकाल से सेवामुक्त होने के बाद पहली बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद शुक्रवार को जम्मू पहुंचे थे। वहीं, शनिवार को जम्मू संभाग के सैनिक कॉलोनी स्थित सैनिक फार्म में शांति सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसमें गुलाम नबी ने कहा कि 'जम्मू हो या कश्मीर और या फिर लद्दाख हम सभी धर्मों, लोगों और जातियों का एक ही तरह से सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि यही हमारी ताकत है और इसे हमेशा ऐसे ही जारी रखा जाएगा।' इसके साथ ही गुलाम नबी आजाद ने कहा,'कांग्रेस में इंटरनली चुनाव होना चाहिए।' वहीं राहुल गांधी बोले,'लोकतंत्र खत्म हो चुका है।'
कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ खड़ी है- राज बब्बर
शांति सम्मेलन में कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा कि लोग कहते हैं 'जी- 23 पर मैं कहता हूं गांधी-23।' उनका कहना है कि 'महात्मा गांधी के विश्वास, संकल्प और सोच के साथ ही इस देश का कानून और संविधान बना। इस सोच को आगे बढ़ाने के लिए कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि जी-23 चाहती है कि कांग्रेस मजबूत हो।'
सोनिया को पिछले साल चिट्ठी लिख पार्टी में सुधार की मांग की गई थी
पिछले साल अगस्त, 2019 में सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में G-23 नेताओं ने पार्टी में तुरंत सुधार करने की मांग की थी। इनमें जमीनी स्तर से लेकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) तक संगठन के चुनाव कराने की मांग की गई थी। आज एक बार फिर ये सभी नेता गांधी परिवार के खिलाफ एक साथ जमा हो रहे हैं। नेताओं का विरोध गांधी परिवार के उन करीबी लोगों से भी है, जो पार्टी संगठन और संसद में अहम पोजिशन पर बैठे हैं।
राहुल को दिया मैसेज
केरल में राहुल गांधी के नॉर्थ-साउथ वाले बयान के बाद कांग्रेस के उत्तर भारतीय नेता नाराज हैं। G-23 से जुड़े एक सीनियर लीडर ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी में इस समय जो कुछ चल रहा है, वह पिछले साल दिसंबर में हुई पार्टी की वर्किंग कमेटी के फैसले के एकदम उलट है। पार्टी में अब तक कोई चुनाव या सुधार नजर नहीं आए हैं।' एक अन्य नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, 'यह राहुल गांधी के लिए सीधा मैसेज है। हम देश को दिखाना चाहते हैं कि उत्तर से दक्षिण तक भारत एक है।'