सार

करगिल युद्ध का हीरो 38 साल तक भारतीय वायुसेना में धाक जमाने वाला विमान मिग-27 आज रिटायर हो गया है। राजस्थान के जोधपुर एयरबेस पर आज सुबह करीब 10 बजे मिग-27 स्क्वाड्रन के सभी 7 विमानों ने आखिरी उड़ान भरी।  

जोधपुर. करगिल युद्ध का हीरो 38 साल तक भारतीय वायुसेना में धाक जमाने वाला विमान मिग-27 आज रिटायर हो गया है। राजस्थान के जोधपुर एयरबेस पर आज सुबह करीब 10 बजे मिग-27 स्क्वाड्रन के सभी 7 विमानों ने आखिरी उड़ान भरी। अब कोई भी देश मिग-27 विमान का इस्तेमाल नहीं करता है। भारतीय वायुसेना के पायलट इस विमान को बहादुर नाम से बुलाते हैं। पाकिस्तान इसे चुड़ैल कहता था।

कम ऊंचाई पर उड़ान भरने की क्षमता 
मिग-27 की बड़ी खासियत यह थी कि यह कम ऊंचाई पर उड़ान भर सकता था। यह दुश्मन के रडार को चकमा देकर हमला बोलने में माहिर था। कम ऊंचाई पर भी रफ्तार इतनी तेज थी कि मिराज विमान भी न पकड़ पाए। 

पाकिस्तानी क्यों कहते थे चुड़ैल
मिग-27 की स्पीड और शानदार आवाज के कारण पाकिस्तानी इसे चुड़ैल कहते थे। मिग-27 को विदाई देने के पीछे बड़ी वजह थी इसका क्रैश होना। इसी साल 31 मार्च को जोधपुर में सिरोही के पास मिग-27 गिर गया था। 4 सितंबर को भी जोधपुर के पास इस विमान से हादसा हुआ। बताया गया कि इस विमान के इंजन में कुछ तकनीकी खराबी है, जिसे दूर नहीं किया जा सकता है।