सार
कोरोना महामारी में लॉकडाउन के बीच तीसरी बार केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट खुलने की तारीख बदली गई। अब केदारनाथ के कपाट 29 अप्रैल और बद्रीनाथ के कपाट 15 मई को खुलेंगे।
नई दिल्ली. कोरोना महामारी में लॉकडाउन के बीच तीसरी बार केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट खुलने की तारीख बदली गई। अब केदारनाथ के कपाट 29 अप्रैल और बद्रीनाथ के कपाट 15 मई को खुलेंगे। सोमवार को सतपाल महाराज ने तारीख बदलने का जो बयान दिया था वह बदल दिया और कहा था कि तारीख मंदिर समिति और रावल जी तय करेंगे। मंगलवार को केदारनाथ के मंदिर समिति के अधिकारी, वेदपाठी और पंचगांव के लोगों की बैठक हुई। इसमें तय हुआ कि 29 अप्रैल को ही कपाट खोला जाए।
पहली तारीख
केदारनाथ मंदिर कपाट - 29 अप्रैल
बद्रीनाथ मंदिर कपाट - 30 अप्रैल
दूसरी तारीख
केदारनाथ मंदिर कपाट- 14 मई
बद्रीनाथ मंदिर कपाट - 15 मई
तीसरी तारीख
केदारनाथ मंदिर कपाट - 29 अप्रैल
बद्रीनाथ मंदिर कपाट - 15 मई
क्यों बदली तारीख?
केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख कोरोना महामारी की वजह से बदली गई है। इसके अलावा, केदारनाथ के रावल महाराष्ट्र और बद्रीनाथ के रावल केरल में फंसे थे। केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग रविवार सुबह ऊखीमठ पहुंचे। बद्रीनाथ के रावल भी सोमवार को उत्तराखंड लौटने वाले हैं। लेकिन नियमों के मुताबिक उन्हें 14 दिन क्वारैंटाइन किया जाना है। जिसके चलते तय तारीख पर कपाट नहीं खोले जा सकते हैं।
3 मई को खत्म होगा क्वारैंटाइन
कपाट खोलने की तारीख की बैठक हुई तो उसमें रावल नहीं आए। वह क्वारैंटाइन में हैं। उनसे लिखित संदेश भेजकर सहमति मांगी गई थी। रावल का क्वारैंटाइन 3 मई को खत्म हो रहा है। वह किस तरह कपाट खुलने की पूजा में शामिल होंगे, इसका फैसला प्रशासन को करना है।
बद्रीनाथ का कपाट देर से क्यों खोला जा रहा है?
बद्रीनाथ का कपाट खोलने में इसलिए देर की जा रही है, क्योंकि वहां गाडू घड़ा की रस्म होती है, जिसे 30- 40 महिलाएं मिलकर करती हैं। ऐसे में लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ऐसा करना संभव नहीं है।
गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट तय तारीख को ही खुलेंगे
दो धाम गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने की तारीख में कोई बदलाव नहीं किया गया है। गंगोत्री धाम 26 अप्रैल को दिन में 12 बजकर 35 मिनट और यमुनोत्री धाम के कपाट दिन में 12 बजकर 41 मिनट पर खोले जाएंगे। महाराजा टिहरी मनुजयेंद्र शाह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं पर्यटन-धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात के बाद बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तारीख में बदलाव करने की घोषणा की।