सार
देश में केरल इकलौता ऐसा राज्य है जहां पर कोरोना केस का पॉजिटिविटी रेट लगातार बढ़ रहा हैं। यहां 13 से 26 दिसंबर यानी 14 दिन में पॉजिटिविटी रेट10% पर पहुंच गया। 13 दिसंबर से पहले यह 9.4% था। कुल 100 टेस्ट में से जितने भी कोरोना के संक्रमित केस मिलते हैं उन्हें ही पॉजिटिविटी रेट कहते हैं। अगर पॉजिटिविटी रेट 14 दिन के दौरान 5% से कम है तो उसे सुरक्षित माना जाता है।
नई दिल्ली. देश में केरल इकलौता ऐसा राज्य है जहां पर कोरोना केस का पॉजिटिविटी रेट लगातार बढ़ रहा हैं। यहां 13 से 26 दिसंबर यानी 14 दिन में पॉजिटिविटी रेट10% पर पहुंच गया। 13 दिसंबर से पहले यह 9.4% था। कुल 100 टेस्ट में से जितने भी कोरोना के संक्रमित केस मिलते हैं उन्हें ही पॉजिटिविटी रेट कहते हैं। अगर पॉजिटिविटी रेट 14 दिन के दौरान 5% से कम है तो उसे सुरक्षित माना जाता है।
केरल के बाद दूसरे नंबर पर गोवा है
यही वजह है कि केरल को रेड जोन में रखा गया है। केरल के अलावा 6% पॉजिटिविटी रेट पर गोवा एकमात्र अन्य राज्य है, जहां कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 5% से अधिक है। लेकिन पिछले 15 दिनों की तुलना में गोवा में भी सुधार हुआ है।
महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 5% से नीचे है। दिल्ली तो 1.4% के साथ गुजरात (1.8%) और तमिलनाडु (1.5%) से बेहतर हालत में है।
डेढ़ महीने में सभी राज्यो में पॉजिटिविटी रेट घटा
डेढ़ महीने पहले (8-21 नवंबर) नौ राज्य थे जिनकी पॉजिटिविटी रेट 7% से 15% के बीच थी। 15% के साथ हिमाचल प्रदेश सबसे आगे था, उसके बाद दिल्ली -13%, राजस्थान -11%, हरियाणा -10%, केरल -10%, गोवा -9%, पश्चिम बंगाल -8%, महाराष्ट्र -8% और छत्तीसगढ़ 7% था। अब केरल और गोवा को छोड़कर अन्य सभी राज्यों में पॉजिटिविटी रेट कम हो गया है।
उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, असम और बिहार अपने पॉजिटिविटी रेट 1% के साथ निचले स्तर पर हैं।