सार
खेल रत्न अवार्ड (khel ratna award) का नाम राजीव गांधी के बजाय अब हॉकी के जादूगर कहने जाने वाले मेजर ध्यानचंद पर रखने के बाद सोशल मीडिया पर मुद्दा (Trend) पकड़ गया है।
नई दिल्ली. टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारतीय महिला और पुरुष हॉकी टीम के शानदार प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक बड़ी घोषणा करके सबको चौंका दिया। मोदी ने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद (Major Dhyan Chand) के नाम से करने की घोषणा की है। इसके बाद यह मुद्दा twitter पर ट्रेंड पकड़ गया। सोशल मीडिया पर आए मजेदार कमेंट्स और फोटोज...
Sorry Babu और राजीव गांधी एक साथ ट्रेंड हो रहे हैं। वाह @narendramodi जी क्या मस्त खेल खेला हैं। यह घोषणा ऑलिंपिक में मेडल जितने से ज्यादा बड़ी है। #JaiHind
मेजर ध्यानचंद को यह सम्मान बहुत पहले देना चाहिए था। देर से ही सही। इस निर्णय का हार्दिक स्वागत है। राजीव गांधी तो कभी हॉकी प्लेयर रहे नहीं, फिर उनके नाम से खेल अवार्ड क्यों रखा गया?
यह वास्तव में अच्छा है सर.. हर खेल पुरस्कार खिलाड़ी के नाम पर होना चाहिए। मेजर ध्यानचंद भारत के अब तक के सबसे महान खिलाड़ी हैं... इसके लिए बहुत खुश हैं।
हमे तो आजतक समझ ना आया था कि राजीव गांधी जी ऐसे कौन से खेल में महारथी थे कि उनके नाम पर देश का सर्वोच्च खेल रत्न पुरस्कार था, लेकिन अब और नहीं.. खेल पुरस्कार काम खेल से जुड़े व्यक्ति के नाम पर ही होना चाहिए। जय हिंद!
कांग्रेस को समझ नही आ रहा होगा विरोध कैसे किया जाए अब...।
मोदी ने यह कहा...
पीएम ने कहा-मेजर ध्यानचंद भारत के उन अग्रणी खिलाड़ियों में से थे, जिन्होंने भारत के लिए सम्मान और गौरव लाया। यह सही है कि हमारे देश का सर्वोच्च खेल सम्मान उन्हीं के नाम पर रखा जाएगा। पीएम ने कहा- ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रयासों से हम सभी अभिभूत हैं। विशेषकर हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो इच्छाशक्ति दिखाई है, जीत के प्रति जो ललक दिखाई है, वो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।
मोदी ने यह भी कहा...
देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है।
किसे दिया जाता है सम्मान
खेल रत्न भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है। इस पुरस्कार को भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया था। यह पुरस्कार हर साल खेल एवं युवा मंत्रालय द्वारा दिया जाता है। इस पुरस्कार की स्थापना 1991 में हुई थी।
कौन हैं मेजर ध्यानचंद
मेजर ध्यानचंद का जन्म इलाहाबाद में 29 अगस्त 1905 में हुआ था। वो भारतीय फील्ड हॉकी के भूतपूर्व खिलाड़ी एवं कप्तान थे। उन्हें हॉकी के जादूगर के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जब वो मैदान में खेलने को उतरते थे तो गेंद उनकी हॉकी स्टिक से चिपक सी जाती थी। उन्हें 1956 में भारत के प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था।