सार
‘ला पेरेस’ (La Perouse) नौसेना अभ्यास के लिए शुक्रवार को फ्रांसिसी बेड़ा भारत पहुंचा। ‘ला पेरेस’ के लिए केरल के कोच्चि पहुंचे नौसैनिकों की टीम में युवा व महिलाओं का दल शामिल है। अप्रैल में क्वाड नेशन संयुक्त अभ्यास करेंगे। पांच देशों के संयुक्त अभ्यास में फ्रांस, भारत, आस्ट्रेलिया, जापान व संयुक्त राज्य अमेरिका के नौ सैनिक बल शाामिल हो रहे। ट्रेनिंग 5 अप्रैल से प्रारंभ होगी।
कोच्चि। ‘ला पेरेस’ (La Perouse) नौसेना अभ्यास के लिए शुक्रवार को फ्रांसिसी बेड़ा भारत पहुंचा। ‘ला पेरेस’ के लिए केरल के कोच्चि पहुंचे नौसैनिकों की टीम में युवा व महिलाओं का दल शामिल है। अप्रैल में क्वाड नेशन संयुक्त अभ्यास करेंगे। पांच देशों के संयुक्त अभ्यास में फ्रांस, भारत, आस्ट्रेलिया, जापान व संयुक्त राज्य अमेरिका के नौ सैनिक बल शाामिल हो रहे। ट्रेनिंग 5 अप्रैल से प्रारंभ होगी।
एक माह पूर्व इस महाअभ्यास का हुआ था निर्णय
क्वाड देशों ने बीते महीने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पहली समिट की थी। इसमें जापान, यूएसए, आस्ट्रेलिया, भारत व जापान शामिल हुए थे। इसी समिट में निर्णय हुआ था कि बंगाल की खाड़ी में ‘ला पेरेस’ होगा। इसमें पांचों देश शामिल होंगे और फ्रांस इस अभ्यास का नेतृत्व करेगा। यह अभ्यास वैश्विक सुरक्षा की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
8 नौसेना जहाजों का बेड़ा रहेगा अभ्यास में
‘ला पेरेस’ (La Perouse) के बारे में जानकारी देते हुए कमांडिंग अफसर कैप्टन अरनाॅड ट्रांचेंट बताते हैं कि यह ट्रेनिंग सेशन भारत, फ्रांस, जापान, यूएस व आस्ट्रेलिया के बीच होगा। इसमें आठ जहाज शामिल होंगे। यह फ्रांस के नेतृत्व में ट्रेनिंग होगी। इस ट्रेनिंग का उद्देश्य एक दूसरे से नौसेना के प्रयोगों के बारे में ज्ञान हासिल करना तथा उसका उपयोग वैश्विक शांति के लिए मिलजुलकर करना है।
फ्रांस के 150 युवा व महिला कैडेट भी इस ट्रेनिंग में रहेंगे
कमांडिंग अफसर अरनाॅड ट्रांचेंट बताते हैं कि इस ट्रेनिंग में फ्रांस के 150 कैडेट्स भी शामिल है जो अपना प्रशिक्षण पूरा करने के अंतिम दौर में है। इसमें काफी संख्या में महिला कैडेट्स भी हैं। इस ट्रेनिंग में शामिल फ्रेंच महिला कैडेट्स स्किल ट्रेनिंग के साथ साथ क्वाड सदस्य देशों के बीच आपसी सहयोग के बारे में तकनीकी व अन्य ज्ञान हासिल करेंगी।
फ्रेंच नेवी में 15 प्रतिशत महिला कैडेट्स
अभ्यास में शामिल होने आईं फ्रेंच महिला कैडेट कहती हैं कि यह ट्रेनिंग उन लोगों के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। ट्रेनिंग सेशन में अभ्यास के साथ साथ थ्योरी क्लास भी होंगे। वह बताती हैं कि हमारी संख्या फ्रांस की नेवी में 15 प्रतिशत के आसपास है।
एक अन्य कैडेट एलेक्सिस बताती हैं कि इस ट्रेनिंग में हम तकनीकी, आपरेशन, नेविगेशन आदि के बारे में सीखेंगे जो हमें एक सफल अधिकारी व नेतृत्वकर्ता बनाने में सहयोग करेगा।