सार
पंचायत, स्कूल, श्रम विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधियों ने इसके लिए हाथ मिलाया। कई दस्तावेजों की जांच की गई। नामों को हटाया गया, कुछ को जोड़ा गया।
कलपेट्टा: वायनाड भूस्खलन में लापता हुए लोगों की सूची तैयार हो गई है। एक पूरे इलाके को तबाह करने वाली इस आपदा में लापता लोगों का पता लगाना बचाव दल के लिए एक बड़ी चुनौती थी। अटकलों और आशंकाओं से ऊपर उठकर सटीक सूची बनाना एक बड़ा लक्ष्य था जिसे पूरा किया गया। विभिन्न एजेंसियों को वैज्ञानिक तरीकों से समन्वित करके किए गए कठिन प्रयासों के बाद ही ऐसी सूची तैयार हो सकी है।
पंचायत, स्कूल, श्रम विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधियों ने इसके लिए हाथ मिलाया। कई दस्तावेजों की जांच की गई। नामों को हटाया गया, कुछ को जोड़ा गया। तीन दिनों की कड़ी मेहनत के बाद ही लापता लोगों की एक मसौदा सूची तैयार की जा सकी। यह सूची चुरलमाला में बचाव कार्य और पुनर्वास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
सहायक कलेक्टर एस गौतम राज के नेतृत्व में यह सूची बहुत तेजी से तैयार की गई। सबसे पहले मेपाडी पंचायत के 10, 11, 12 वार्ड के राशन कार्ड की जानकारी एकत्र की गई। वेलार्माला गव. वोकेशनल हायर सेकेंडरी स्कूल, मुंडाकाई जीएलपी स्कूल और आईसीडीएस से बच्चों की जानकारी उपलब्ध कराई गई। श्रम कार्यालय से अतिथि कामगारों सहित अन्य लोगों के रिकॉर्ड एकत्र किए गए। इन्हीं सब को आधार बनाकर सूची तैयार की गई थी। आधार सूची में 206 नाम थे।
ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों, आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों, पूर्व जनप्रतिनिधियों, स्कूल प्रतिनिधियों सहित सहायक कलेक्टर की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसके बाद पंचायत कार्यालय में इस दल ने एक पूरा दिन तीन समूहों में बंटकर हर दस्तावेज की जांच की। इसके साथ ही पंचायत, स्कूल और श्रम कार्यालय से लापता लोगों की सूची एकत्र की गई। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कॉल सेंटर पर मिली जानकारी को भी इसमें जोड़ा गया।
इस सूची से कैंप में शिफ्ट हुए लोगों के नाम हटा दिए गए। स्वास्थ्य विभाग और पुलिस से मरने वालों की जानकारी लेकर उन्हें भी सूची से हटा दिया गया। रिश्तेदारों आदि के घरों में रहने वालों की जानकारी जनप्रतिनिधियों, पूर्व जनप्रतिनिधियों और आशा कार्यकर्ताओं ने दी। इन सबको हटाकर लापता लोगों की पहली मसौदा सूची तैयार की गई। लगभग तीस लोगों ने तीन दिनों तक इस काम में अथक परिश्रम किया।
सूची तैयार करने, जोड़ने, हटाने और रिकॉर्ड करने का काम आर्थिक और सांख्यिकी विभाग, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, आईटी मिशन ने संभाला। गूगल स्प्रेडशीट के जरिए इसे रोजाना अपडेट किया गया। पहले 138 लापता लोगों की एक मसौदा सूची जारी की गई थी। छंटनी के बाद 133 लोगों की सूची बन गई। फिलहाल इस सूची में 130 लोग शामिल हैं। सहायक कलेक्टर ने बताया कि फिलहाल जो सूची जारी की गई है, वह 90-95 फीसदी तक स accurate होने की उम्मीद है। आपदा के छह दिनों के भीतर ही लापता लोगों की जानकारी वाली सूची जारी कर पाना भी एक बड़ी उपलब्धि है।
आम लोगों से मिली जानकारी और अज्ञात शवों की पहचान होने पर मसौदा सूची में नाम जोड़े और हटाए जा रहे हैं। डीएनए सैंपल जांच के नतीजे आने पर मौत की पुष्टि होने वाले मामलों को भी सूची से हटा दिया जाएगा। उन्हें मृतकों की सूची में डाल दिया जाएगा।
मसौदा सूची में राशन कार्ड नंबर, पता, रिश्तेदारों के नाम, घर के मुखिया से संबंध, फोन नंबर और तस्वीर शामिल हैं। आम लोग इस मसौदा सूची को देखकर जिला प्रशासन को बहुमूल्य जानकारी दे सकते हैं। निरंतर निगरानी के जरिए इस सूची को दुरुस्त करके ही लापता लोगों की अंतिम सूची जारी की जाएगी। मसौदा सूची जिला प्रशासन की आधिकारिक वेबसाइट https://wayanad.gov.in/, जिला कलेक्टर आदि के सोशल मीडिया अकाउंट, सार्वजनिक स्थलों और मीडिया के जरिए उपलब्ध होगी। मुंडाकाई चुरलमाला भूस्खलन में लापता हुए लोगों के संबंध में सूची में सुधार के लिए आम लोग 8078409770 पर जानकारी दे सकते हैं।