सार

LPG Gas Cylinder Rate: घरेलू गैस सिलेंडर यानी LPG की कीमत में 50 रुपए की बढोतरी कर दी गई है। इसकी जानकारी सोमवार 7 अप्रैल को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दी।

LPG Gas Cylinder Price: घरेलू गैस सिलेंडर यानी LPG की कीमत में 50 रुपए की बढोतरी कर दी गई है। इसकी जानकारी सोमवार 7 अप्रैल को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दी। फिलहाल दिल्ली में गैस सिलेंडर 803 रुपए में मिलता है, जो कीमतें बढ़ने के बाद 853 रुपए का हो जाएगा। पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता को सरकार ने एक बड़ा झटका दिया है। घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में 50 रुपए के इजाफे से जहां सरकार के खजाने में हजारों करोड़ आएंगे, वहीं आम जनता की जेब पर बोझ बढ़ जाएगा।

उज्जवला योजना के तहत आने वालों पर भी पड़ेगा असर

ये बढ़ोतरी उज्जवला योजना (Ujjwala Yojana) के तहत आने वाले लाभार्थियों पर भी लागू होगी। अब उन्हें LPG सिलेंडर 550 रुपए में मिलेगा। वहीं, आम उपभोक्ताओं को दिल्ली में सिलेंडर 853 रुपए में मिलेगा। पहले इसकी कीमत 803 रुपए थी। 

शहर

LPG सिलेंडर की पुरानी कीमत

सिलेंडर की नई कीमत

भोपाल808.50 रुपए858.50 रुपए
दिल्ली 803 रुपए853 रुपए 
मुंबई 802.50 रुपए852.50 रुपए
कोलकाता829 रुपए879 रुपए
चेन्नई818.50 रुपए868.50 रुपए
जयपुर806.50 रुपए856.50 रुपए
पटना 901 रुपए951 रुपए
रायपुर874 रुपए924 रुपए

1 अप्रैल को 44.50 रुपए घटे थे कॅमर्शियल सिलेंडर के दाम

ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 1 अप्रैल 2025 को 19 किलो वाले कॅमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम 44.50 रुपए तक घटाए थे। दिल्ली में इसकी कीमत 41 रुपए घटकर 1762 रुपए हो गई। पहले ये 1803 रुपए में मिल रहा था। कोलकाता में ये कमर्शियल सिलेंडर 44.50 रुपए घटकर 1868.50 में मिल रहा है, जो पहले 1913 रुपए का था।

पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क भी बढ़ाया

इससे पहले सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क दो-दो रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया। पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाकर 13 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर किया गया है। हालांकि, अभी ये साफ नहीं है कि इसके बढ़ने से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कितनी बढ़ोतरी होगी। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा- हम हर 2-3 हफ्ते में इसकी समीक्षा करते हैं। इसलिए, उत्पाद शुल्क में जो वृद्धि देखी की गई है, उसका बोझ पेट्रोल और डीजल पर नहीं पड़ेगा। उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी का मकसद ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को 43,000 करोड़ रुपये की भरपाई करना है, जो उन्हें गैस के हिस्से पर हुए नुकसान के रूप में हुई है।