सार

महाराष्ट्र की राजनीति और प्रशासन में हलचल मचाने वाले एंटीलिया केस की धीरे-धीरे परतें उखड़ते जा रही हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिले विस्फोटक से शुरू हुई यह सनसनीखेज कहानी मनसुख हिरेन मर्डर से होती हुई 100 करोड़ रुपए की अवैध वसूली तक आ पहुंची थी। इस मामले में महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख को इस्तीफा देना पड़ा। वसूली वाले मामले की जांच CBI कर रही है, जबकि एंटीलिया मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) कर रही है। बुधवार को एंटीलिया मामले में पूछताछ के लिए परमबीर सिंह NIA के दफ्तर पहुंचे।

मुंबई. महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल लाने वाले एंटीलिया केस की जांच स्पीड से आगे बढ़ रही है। इस मामले की जांच  जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) कर रही है। बुधवार को एंटीलिया मामले में पूछताछ के लिए परमबीर सिंह NIA के दफ्तर पहुंचे। बता दें कि सरकार ने इस केस के बाद सरकार ने परमबी सिंह को मुंबई के पुलिस कमिश्नर पद से हटा दिया था। उनकी जगह 1987 बैच के IPS हेमंत नागराले को बनाया गया। इसके बाद परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को ईमेल पर भेजी चिट्ठी में आरोप लगाया था कि गृहमंत्री अनिल देशमुख(अब इस्तीफा दे चुके हैं) ने एंटीलिया केस के मुख्य साजिशकर्ता सचिन वझे को वसूली अभियान पर लगा रखा था। यानी उसे 100 करोड़ का टार्गेट दिया गया था। इस मामले की जांच बांबे हाईकोर्ट के आदेश पर CBI को सौंपी गई है। इसके बाद अनिल देशमुख ने इस्तीफा दे दिया था।

जानें यह भी

  • एंटीलिया के पास 25 फरवरी को एक संदिग्ध कार मिली थी। इसमें जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद हुई थीं। पहले यह जांच मुंबई पुलिस कर रही थी। हालांकि जैसे-जैसे मामला बड़ा होता गया, इसकी जांच एनआईए को सौंप दी गई। एनआईए ने सचिन वझे को 13 मार्च को गिरफ्तार किया था। वझे पर मनसुख हिरेन की हत्या का भी आरोप है।
  • मुंबई पुलिस ने गृह मंत्रालय को पांच पन्नों की रिपोर्ट सौंपी है। इसमें वाजे की पुलिस महकमे में वापसी और क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में तैनाती को लेकर चौंकाने वाली जानकारी दी गई है। मुंबई पुलिस के कमिश्नर हेमंत नगराले ने यह रिपोर्ट सौंपी। बता दें कि इस रिपोर्ट में परमबीर सिंह पर सचिन वझे को शह देने का आरोप लगाया है।


पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा पहुंचे NIA के दफ्तर
परमबीर सिंह के NIA के दफ्तर से रवाना होने के बाद पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा बयान देने पहुंचे। सचिन वझे और प्रदीप शर्मा एक-दूसरे के संपर्क में थे। हालांकि इसके कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं।  माना जा रहा है कि कुछ बिंदुओं की पड़ताल के लिए प्रदीप शर्मा को पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
जैसे-4 मार्च को किसी तावड़े का नाम लेकर मनसुख को जिस मोबाइल नंबर से घर के बाहर बुलाया गया था, वो सिम कार्ड अब बंद है। उसकी आखिरी लोकेशन अंधेरी जेबी नगर थी। 2 मार्च को विनायक शिंदे और सचिन वझे एक ऑडी में बैठकर मुम्बई के वेस्टर्न सबर्ब्स इलाके में  मीटिंग करने गए थे। माना गया कि तब प्रदीप शर्मा भी मौजूद थे।
3 मार्च को वझे परमबीर से मिला था। इसके बाद शायद वो अंधेरी जाकर शर्मा से मिला था।
जैश उल हिंद का जो पोस्ट टेलीग्राम से वायरल हुआ था, उसके पीछे भी शर्मा का हाथ माना जा रहा है।

 


महाराष्ट्र: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह एंटीलिया बम मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) के दफ़्तर पहुंचे। pic.twitter.com/uQAJ3G0ZWr