सार

बीजेपी ने साल 2014 में केंद्र में सरकार बनाई और फिर कई राज्यों में भी बीजेपी की सरकार बनी। जिसके बाद साल 2017 तक आते-आते बीजेपी भारत के 71 फीसदी हिस्से में छा गई। लेकिन अब देश के अब 17 राज्यों में एनडीए सरकार है।

नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी द्वारा साल 2014 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद पार्टी का तेजी से विस्तार हुआ। बीजेपी ने साल 2014 में केंद्र में सरकार बनाई और फिर कई राज्यों में भी बीजेपी की सरकार बनी। जिसके बाद साल 2017 तक आते-आते बीजेपी भारत के 71 फीसदी हिस्से में छा गई। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जादू और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की सियासी रणनीति का नतीजा था। अब 17 राज्यों में एनडीए सरकार है। 13 में भाजपा और 4 में सहयोगी दलों के सीएम हैं। (भाजपा तमिलनाडु में सरकार के साथ है, लेकिन विधायक एक भी नहीं। इसलिए मैप में नहीं)

71 फीसदी से घटकर 40 फीसदी पर आई बीजेपी 

दिसंबर 2017 के बाद बीजेपी के सिमटने का दौर शुरू हुआ और नवंबर 2019 तक बीजेपी 71 फीसदी से घटकर 40 फीसदी में आ गई। अब बीजेपी की सत्ता सिमटकर देश के 40 फीसदी हिस्से में रह गई है। जिसके बाद एक बात तो साफ है कि साल 2017 के मुकाबले साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का जादू कम हुआ है।

महाराष्ट्र में गंवाई सत्ता 

2018 में तीन राज्यों में सत्ता से हाथ धोने के बाद अब महाराष्ट्र में भी बीजेपी सत्ता गंवा चुकी है। शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले देवेंद्र फडणवीस को मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। इस तरह दूसरी बार महाराष्ट्र में फडणवीस की सरकार सिर्फ 4 दिन ही चली और 80 घंटे में फडणवीस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। 

शिवसेना के साथ लड़ा था चुनाव 

महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में बीजेपी की सीटों की संख्या कम हुईं और बीजेपी 122 से 105 में सिमट गई। हालांकि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने सरकार बनाने के लिए जरूरी आंकड़े से ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब रहा। चुनाव के बाद बीजेपी और शिवसेना में दरार पड़ गई। 

चार दिन चली सरकार 

शिवसेना के दूर होने के बाद बीजेपी नेता फडणवीस ने एनसीपी नेता अजित पवार के साथ मिलकर सूबे में सरकार बना ली। हालांकि यह सरकार चार दिन से ज्यादा नहीं चली और फडणवीस को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद अब शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस मिलकर सूबे में सरकार बनाने जा रही हैं। इस तरह अब महाराष्ट्र की सत्ता से भी बीजेपी बाहर हो चुकी है।