सार

महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच तल्खी और बढ़ गई। शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात कर पद से इस्तीफा सौंपा। हालांकि, राज्यपाल ने उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने के लिए कहा।

मुंबई. महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच तल्खी और बढ़ गई। शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात कर पद से इस्तीफा सौंपा। हालांकि, राज्यपाल ने उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने के लिए कहा। इस्तीफा देने के बाद फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र में राजनीतिक गतिरोध के लिए शिवसेना को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि, उन्होंने शिवसेना से गठबंधन खत्म करने को लेकर कोई बयान नहीं दिया। हालांकि, शिवसेना की ओर से संजय राउत ने इन आरोपों पर जवाब दिया।

भाजपा का आरोप
- देवेंद्र फडणवीस ने कहा- 50-50 फॉर्मूले को लेकर कोई बात नहीं हुई थी। मैंने इस बारे में अमित शाह और नितिन गडकरी से भी बात पूछा, लेकिन हमने 2.5-2.5 साल मुख्यमंत्री को लेकर कोई वादा नहीं किया था। 
- उन्होंने कहा- मेरे उद्धव ठाकरे से उनके संबंध बहुत अच्छे हैं, आगे भी रहेंगे। लेकिन मैंने कई बार उद्धव ठाकरे को फोन किया, उन्होंने जवाब नहीं दिया।
- फडणवीस ने कहा- शिवसेना ने पहले ही दिन से भाजपा से बात करने के बजाय कांग्रेस-एनसीपी से बात करना जारी रखा। शिवसेना रिश्ता रखना नहीं चाहती थी। 
- मुख्यमंत्री ने कहा- 2014 में हम अलग चुनाव लड़े, लेकिन मोदीजी ने साफ कर दिया था कि वे बालासाहेब, उद्धव ठाकरे और शिवसेना के बारे में कुछ नहीं बोलेंगे। लेकिन शिवसेना ने लगातार मोदीजी के खिलाफ, सरकार के खिलाफ गलत बयानबाजी की। राजनीति में बयानबाजी चलती है, लेकिन जिस दल के साथ आप केंद्र और राज्य सरकार में हैं, जिसे आप पीएम मानते हैं, उसके लिए ऐसी बयानबाजी ठीक नहीं होती।
- सीएम ने कहा- पिछले 10 दिनों में सारी हदें पार हुईं। हमारे संस्कार नहीं, इसलिए हमने जवाब नहीं दिया। हमें जवाब देना आता है, उससे भी कड़े शब्दों में। लेकिन हमने ऐसा नहीं किया।
- उन्होंने कहा-मुझे ऐसा लगता है कि शिवसेना को ध्यान में रखना चाहिए था, कि यह जनादेश हमारा, शिवसेना और सहयोगी दलों का था, ऐसे में विपक्षी दलों से लगातार बात करना मानसिकता को बताता है।

शिवसेना का जवाब
उधर, शिवसेना के संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलकात की। इसके बाद उन्होंने भाजपा के आरोपों पर जवाब दिया। राउत ने कहा कि जब 50-50 फॉर्मूले और 2.5-2.5 साल के लिए मुख्यमंत्री पद के बंटवारे की बात हुई थी, तो उस वक्त गडकरी मौजूद नहीं थे। भाजपा के साथ 50-50 फॉर्मूला तय हुआ था।
- शिवसेना को देरी की वजह बताने के आरोप पर राउत ने कहा कि हमारी वजह से बातचीत नहीं रुकी। भाजपा अपने वादे से मुकरी। 
- राउत ने कहा कि शिवसेना ने कभी प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अमित शाह के बारे में बयानबाजी नहीं की। लेकिन पिछले 10-15 दिन में हालात ऐसे बने, जिससे दोनों पार्टियों के बीच गतिरोध बढ़ा।
- उन्होंने कहा कि हमारी सभी पार्टियों के साथ बातचीत जारी है।
- भाजपा के सरकार बनाने को लेकर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को इसका अधिकार है। हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। लेकिन हम चाहें तो सरकार बना सकते हैं। मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा।