सार

स्कूल नौकरी घोटाला (School Jobs Scam) मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए पार्थ चटर्जी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है। उन्हें टीएमसी के सभी पदों से भी हटा दिया गया है।

कोलकाता। स्कूल नौकरी घोटाला (School Jobs Scam) मामले में गिरफ्तारी के बाद से जेल में बंद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है। बंगाल की मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके साथ ही पार्थ को टीएमसी के सभी पदों से हटा दिया गया है। पार्टी नेता अभिषेक बनर्जी ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि पार्थ को तत्काल प्रभाव से टीएमसी के सभी पदों से निष्कासित कर दिया गया है।

अभिषेक बनर्जी ने कहा कि अर्पिता मुखर्जी के घर से बरामद पैसे टीएमसी के नहीं हैं। हम इस मामले से जुड़े लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहते हैं। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस है। जांच एजेंसी को समय सीमा के भीतर जांच पूरी करनी होगी। शारदा मामले में भी कुछ नहीं हुआ। यह मामला लटका हुआ है। समयबद्ध जांच होनी चाहिए। सीएम ने फैसला लिया और पार्थ चटर्जी को हटा दिया गया। अगर कोई गलत करता है तो टीएमसी उसे नहीं बख्शेगी। पार्थ चटर्जी को टीएमसी से महासचिव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और तीन अन्य पदों से हटा दिया गया है। जांच जारी रहने तक उन्हें निलंबित कर दिया गया है। दोष साबित नहीं होने पर वह वापस आ सकते हैं।

बहुत सख्त पार्टी है मेरी पार्टी
ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस "बहुत सख्त" है। मैंने उन्हें (पार्थ को) हटा दिया है। मेरी पार्टी एक बहुत सख्त पार्टी है। अगर किसी को लगता है कि वे इसे दिखाकर टीएमसी के बारे में धारणा बदल सकते हैं तो वे गलत हैं। दरअसल, चटर्जी जब शिक्षा मंत्री थे तब शिक्षकों की भर्ती में हुई गड़बड़ी को लेकर ईडी जांच कर रही है। पार्थ ममता सरकार में नंबर टू की हैसियत रखते थे। उनके पास वाणिज्य एवं उद्योग विभाग विभाग जैसा हाईप्रोफाइल मंत्रालय था। उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में वाणिज्य और उद्योग, संसदीय कार्य, सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स और सार्वजनिक उद्यम और औद्योगिक पुनर्निर्माण विभागों से हटा दिया गया है। ममता बनर्जी ने वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय अपने पास रखा है। 

कुणाल घोष ने की थी पार्थ को मंत्रालय से हटाने की मांग
इससे पहले टीएमसी के महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने पार्थ चटर्जी को पार्टी और मंत्रालय से हटाए जाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि पार्थ चटर्जी को मंत्रालय और पार्टी के सभी पदों से तुरंत हटाया जाना चाहिए। उन्हें निष्कासित किया जाना चाहिए। अगर इस बयान को गलत माना जाता है तो पार्टी को मुझे सभी पदों से हटाने का पूरा अधिकार है।

पार्थ के करीबी के घर से मिले हैं 50 करोड़ रुपए
गौरतलब है कि ईडी ने पार्थ को स्कूल शिक्षकों की भर्ती से जुड़े घोटाला में गिरफ्तार किया है। उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से ईडी ने बुधवार को 28.90 करोड़ रुपए और 5 किलोग्राम से अधिक सोना बरामद किया था। इससे पहले जांच एजेंसी ने अर्पिता मुखर्जी के दूसरे फ्लैट से 21.9 करोड़ रुपए बरामद किया था। ईडी ने अर्पिता मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया था। ईडी की पूछताछ में अर्पिता ने बताया है कि उसके घर से मिले पैसे पार्थ के हैं।

यह भी पढ़ें- उधर चोरों को ED अफसर समझ बैठे पड़ोसी, इधर पार्थ चटर्जी की बेटी के घर हाथ साफ कर गए चोर

कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देशानुसार सीबीआई पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) की सिफारिशों पर समूह-सी और डी के कर्मचारियों के साथ-साथ सरकार प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है। ईडी घोटाले में मनी ट्रेल पर नजर रख रही है।

यह भी पढ़ें- करोड़ों छुपाने वाली अर्पिता के घर से मिला ऐसा डॉक्यूमेंट जिसे देख हर कोई हैरान, जानें आखिर क्या है वो कागज