मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को अग्नि के हवाले कर दिया गया है। इससे पहले सिख धर्म की परंपरा के अनुसार अरदास किया गया। इसके बाद सेना के जवानों ने तोपों से गोले दागकर सलामी दी।
Manmohan Singh Death: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार 26 दिसंबर, 2024 को अंतिम सांस ली। वे 92 वर्ष के थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ के बाद रात 8 बजे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के इमरजेंसी वॉर्ड में भर्ती किया गया था, जहां रात 9.51 पर उनका निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। मनमोहन सिंह के निधन के चलते केंद्र सरकार ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।
मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को अग्नि के हवाले कर दिया गया है। इससे पहले सिख धर्म की परंपरा के अनुसार अरदास किया गया। इसके बाद सेना के जवानों ने तोपों से गोले दागकर सलामी दी।
निगमबोध घाट पर डॉ. मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को चिता पर रखा गया है। परिवार के लोगों के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अर्थी को कंधा दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निगमबोध घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी। गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में आए हैं।
मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर निगमबोध घाट पहुंच गया है। शव को सेना के ट्रक से लगी ट्रॉली पर रखा गया था। ट्रक को फूलों से सजाया गया है। इसपर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अन्य लोग खड़े दिखे।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू निगमबोध घाट पहुंचे हैं। उन्होंने अंतिम संस्कार की तैयारियों का जायजा लिया है। बहुत से सांसद निगमबोध घाट आए हैं। यहां सेना के जवान भी मौजूद हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा कांग्रेस मुख्यालय से शुरू हो गई है। कांग्रेस दफ्तर में कई नेताओं ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी। मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने AICC मुख्यालय में मनमोहन सिंह को अंतिम श्रद्धांजलि दी। सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी है।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर AICC मुख्यालय लाया गया है। यहां आम लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह 8 बजे कांग्रेस मुख्यालय लाया जाएगा। सुबह 9.30 बजे शवयात्रा शुरू होगी। इससे पहले आम जनता और कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। अंतिम संस्कार निगमबोध घाट श्मशान घाट पर 11.45 बजे होने की उम्मीद है।
डॉ.मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा शनिवार सुबह 8 बजे से शुरू होगी। एम्स दिल्ली में डॉ.सिंह का गुरुवार को निधन हो गया था। यहां से उनके पार्थिव शरीर को उनके दिल्ली आवास पर ला गया था। शुक्रवार पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, सोनिया गांधी, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित देश के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित सीनियर लीडर्स, सांसद, पूर्व मंत्री, मंत्री आदि वीवीआईपी उनके आवास पर पहुंचे और शोक संवेदना जताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है। अमेरिका से डॉ.सिंह की बेटियों के शुक्रवार रात तक पहुंचने के बाद अगले दिन उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। चूंकि, डॉ.सिंह देश के प्रधानमंत्री रहे हैं इसलिए उनके अंत्येष्टि का स्थल का निर्धारण पीएमओ करेगा।
हालांकि, शनिवार सुबह 8 बजे से उनकी अंतिम यात्रा प्रारंभ होगी। घर से उनके पार्थिव शरीर को करीब 8.00 बजे दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय लाया जाएगा। यहां करीब एक घंटा आम लोगों व कार्यकर्ताओं के दर्शन के लिए रखा जाएगा। यहां कांग्रेस सेवा दल उनको सलामी देगी। इसके बाद फिर आखिरी सफर शुरू होगा।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर राष्ट्रीय शोक के कारण राष्ट्रपति भवन में शनिवार को होने वाली चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी नहीं होगी। यह एक सैन्य परंपरा है। इसमें राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड का एक ग्रुप दूसरे ग्रुप से चार्ज लेता है। यह हर हफ्ते आयोजित की जाती है। पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में पूरे देश में सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान पूरे देश में राष्ट्रीय ध्वज झुका रहेगा।
सीनियर लीडर डॉ. करण सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर जताया है। डॉ. करण सिंह ने कहा: मनमोहन सिंह बहुत ही सम्मानजनक और विनम्र व्यक्ति थे। उन्हें कभी यह उम्मीद नहीं थी कि वह देश के प्रधानमंत्री बनेंगे लेकिन सोनिया गांधी जी ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौपी। देश के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए और दो बार प्रधानमंत्री के रूप में अपनी सेवा दी। उनकी भाषण शैली बहुत ही गरिमामयी थी। डॉ. मनमोहन सिंह को विपक्षी दलों से कई बार हमलों का सामना करना पड़ा लेकिन वह हमेशा शांत रहे और कभी भी प्रतिक्रिया नहीं दी। उनके किए गए कामों के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने अपनी शोक संवेदना में कहा: डॉ.मनमोहन सिंह के निधन से हमने एक ऐसे नेता को खो दिया है जो ज्ञान, बड़प्पन और विनम्रता के प्रतीक थे जिन्होंने पूरे दिल और दिमाग से हमारे देश की सेवा की। कांग्रेस पार्टी के लिए एक उज्ज्वल और प्रिय मार्गदर्शक, उनकी करुणा और दूरदर्शिता ने लाखों भारतीयों के जीवन को बदल दिया और उन्हें सशक्त बनाया। उन्हें भारत के लोगों द्वारा उनके शुद्ध हृदय और उत्तम बुद्धि के लिए प्यार किया जाता था। उनकी सलाह, बुद्धिमानीपूर्ण सलाह और विचारों को हमारे देश के राजनीतिक स्पेक्ट्रम में उत्सुकता से मांगा जाता था और उनका बहुत सम्मान किया जाता था। दुनिया भर के नेताओं और विद्वानों द्वारा सम्मानित और प्रशंसित, उन्हें अत्यधिक ज्ञान और कद के राजनेता के रूप में सम्मानित किया गया। डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने द्वारा संभाले गए प्रत्येक उच्च पद पर प्रतिभा और विशिष्टता लाई। और उन्होंने भारत को गौरव और सम्मान दिलाया।
सीडब्ल्यूसी की मीटिंग शुक्रवार को दिल्ली स्थित एआईसीसी मुख्यालय में शुरू हुई। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और सांसद राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेता मौजूद हैं। यह बैठक पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए बुलाई गई है।
देश के दिग्गज राजनेता पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंच रहे हैं। देश के अधिकतर राज्यों के मुख्यमंत्री और पूर्व सीएम यहां उनको श्रद्धांजलि दे रहे हैं। तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू, हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल, दिल्ली की सीएम आतिशी, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने श्रद्धांजलि दी है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम शरद पवार, कांग्रेस एमपी रेणुका चौधरी, कम्युनिस्ट लीडर प्रकाश करात, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आदि ने शोक संदेश भेजकर श्रद्धांजलि दी है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी को श्रद्धांजलि देने के लिए शुक्रवार शाम 5.30 बजे एआईसीसी मुख्यालय में सीडब्ल्यूसी सदस्यों, स्थायी और विशेष आमंत्रितों की कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई जा रही है।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस अध्यक्ष एचडी देवेगौड़ा ने कहा: जब वे वित्त मंत्री बने, तब मैं विपक्ष में था। मुझे पता है कि उदारीकरण और निजीकरण क्या-क्या कदम उठाए गए। उन्होंने देश की सेवा की, अविश्वसनीय संख्या में लोगों की सेवा की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने उनके परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की पोलित ब्यूरो ने पूर्व प्रधानमंत्री और प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। सीपीआई एम की ओर से शोक संदेश में कहा गया कि डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री के रूप में अपने दस साल के कार्यकाल के दौरान धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए दृढ़ता से खड़े रहे। उन्होंने ऐसी नीतियां अपनाईं, जो उनके अनुसार देश के हित में थीं। वे निर्विवाद रूप से ईमानदार नेता थे। पोलित ब्यूरो उनकी पत्नी गुरशरण कौर और उनकी बेटियों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है।
कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा: देश और दुनिया ने एक महान अर्थशास्त्री खो दिया। उन्होंने अपना जीवन आम लोगों के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने ऐसी आर्थिक नीति बनाने का प्रयास किया, जिससे देश के गरीबों को सशक्त बनाया जा सके। उन्होंने भारत को आर्थिक संकट से बचाया।