सार
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक पिछले कई महीनों से किसानों के समर्थन में खड़े हैं और तीन कानूनों को वापस करने की मांग करते हुए केंद्र सरकार की जमकर आलोचना कर रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि अगर किसानों की बात नहीं सुनी गई तो दुबारा बीजेपी सत्ता में नहीं आ सकेगी।
नई दिल्ली। तीन कृषि कानूनों (Three farm Laws) को वापस लिए जाने के पीएम मोदी (PM Modi) के ऐलान के बाद एक बार फिर मेघालय (Meghalaya) के राज्यपाल (Governor) सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) ने सरकार को सलाह दी है। मलिक ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना एक बुद्धिमानीपूर्ण राजनीतिक फैसला है लेकिन किसानों की मूल चिंता एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर भी सरकार को कानूनी आश्वासन मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन कानूनों को काफी पहले ही समाप्त कर देना चाहिए था। अब सरकार को किसानों से बातचीत करते रहना चाहिए ताकि उनका आंदोलन न्यायसंगत तरीके से समाप्त हो सके। यह फैसला 14 महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की जीत है।
राज्यपाल मलिक किसानों को लेकर काफी मुखर रहे हैं
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक पिछले कई महीनों से किसानों के समर्थन में खड़े हैं और तीन कानूनों को वापस करने की मांग करते हुए केंद्र सरकार की जमकर आलोचना कर रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि अगर किसानों की बात नहीं सुनी गई तो दुबारा बीजेपी सत्ता में नहीं आ सकेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह भी बताया था कि मेरठ क्षेत्र के गांवों में बीजेपी के लोगों को घुसने नहीं दिया जा रहा है ना ही भाजपा का झंडा लगा कोई जा पा रहा है। मलिक केंद्र सरकार को लगातार चेतावनी दे रहे थे और किसानों के लिए पद भी त्यागने की बात कह चुके थे।
राजनीतिक रूप से बुद्धिमानी भरा फैसला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, "बेशक, यह राजनीतिक रूप से बुद्धिमानी भरा फैसला है। मैं इस निर्णय को समय पर लेने के लिए पीएम को धन्यवाद देता हूं। लेकिन एमएसपी (MSP) मूल मुद्दा है और मैं इस पर किसानों के साथ हूं।"
किसान पूरी तरह संतुष्ट नहीं
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कृषि कानूनों पर सरकार के आश्चर्यजनक यू-टर्न का जिक्र करते हुए कहा, "किसानों की संतुष्टि के अनुसार एमएसपी (Minimum Support Price) के मुद्दे को हल करें नहीं तो वे वापस नहीं जाएंगे। वे पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हैं। वे बहुत बुद्धिमान लोग हैं ... किसान मूर्ख नहीं हैं। और जब तक एमएसपी का समाधान नहीं किया जाता है, तब तक वे नहीं जाएंगे"
पीएम ने सही काम किया
मलिक ने कहा कि सरकार को मेरी सलाह है कि इस एमएसपी की समस्या का समाधान किया जाना चाहिए। हालांकि, मलिक ने मोदी सरकार के कृषि कानूनों के यू-टर्न के चुनावी नतीजों पर टिप्पणी करने से भी इनकार कर दिया। श्री मलिक ने कहा कि मैं भाजपा के चुनावी लाभ या हानि पर टिप्पणी नहीं करूंगा ... लेकिन पीएम ने सही काम किया है।
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