सार
रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार पर विपक्ष लगातार हमलावर है। इस बीच सरकार ने कई सरकारी विभागों में रिक्त पदों की संख्या बताई है। जारी आकड़ों के मुताबिक, अभी लगभग 7 लाख पद खाली पड़े हैं।
नई दिल्ली. रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार पर विपक्ष लगातार हमलावर है। इस बीच सरकार ने कई सरकारी विभागों में रिक्त पदों की संख्या बताई है। जारी आकड़ों के मुताबिक, अभी लगभग 7 लाख पद खाली पड़े हैं। इसमें सबसे ज्यादा ग्रुप सी की नौकरियां हैं। ग्रुप बी में लगभग 90 हजार और ग्रुप ए में 20 हजार पद खाली हैं।
सबसे ज्यादा ग्रुप सी के पद
ग्रुप सी कर्मचारियों को 9 हजार रुपए से 34,500 रुपए के बीच हर महीने की सैलरी मिलती है। इस ग्रुप में करीब पांच लाख पद खाली पड़े हैं। वहीं ग्रुप बी की बात करें तो इसमें पुलिस हेड कॉन्स्टेबल, जूनियर इंजीनियर, टीटीई, टेक्स अस्सिटेंट के पद आते हैं।
जल्द भरे जा सकते हैं खाली पद
पिछले महीने पीएम मोदी ने निवेश और विकास दर बढ़ाने के लिए मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक ली थी। इसमें फैसला लिया गया था कि केंद्र में खाली पड़े पदों को जल्द से जल्द भरा जाना चाहिए। इसके बाद ही कैबिनेट कमेटी के निर्देश पर डीओपीटी ने सभी मंत्रालयों और विभागों को चिट्टी लिखकर इससे अवगत कराया है।
डीओपीटी ने लिखा है पत्र
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने निर्देश दिए है कि सभी मंत्रालय और विभाग जल्द से जल्द खाली पदों को भरने के संबंध में जरूरी कदम उठाए और उसकी रिपोर्ट भेजे। चिट्टी में लिखा है कि सीधी भर्ती वाले पद भरे जाए और इसकी जानकारी डीओपीटी कौ सौंपे। सभी मंत्रालयों से कहा गया है कि 5 तारीख से पहले इस संबंध में उठाए गए कदम की जानकारी दें।