सार

पीएम मोदी ने शुक्रवार को कोरोना वैक्सीन वितरण और प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा की। पीएम मोदी ने कोविड -19 वैक्सीन, परिवहन और वैक्सीन प्राथमिकता समूहों के लिए डिजिटल डेटाबेस की तैयारियों के बारे में पूछा। 
 

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत की कोरोना वैक्सीन को लेकर समीक्षा बैठक की। इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है, क्यों कि यूरोप और अमेरिका के बाद अब भारत में भी कोरोना की दूसरी लहर का कहर बढ़ रहा है। वहीं, पीएम मोदी ने ट्वीट कर बताया कि बैठक में वैक्सीन डेवलपमेंट, रेगुलेटरी अप्रूवल्‍स और प्रोक्‍योरमेंट्स से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। 

पीएम मोदी ने बैठक के दौरान कोरोना वैक्सीन वितरण और प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा की। पीएम मोदी ने कोविड -19 वैक्सीन, परिवहन और वैक्सीन प्राथमिकता समूहों के लिए डिजिटल डेटाबेस की तैयारियों के बारे में पूछा। 

 इन अहम मुद्दों की समीक्षा की
एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा, टीकाकरण रोल-आउट के लिए वैक्सीनेटर और तकनीकी प्लेटफॉर्म को जोड़ने, एचसीडब्ल्यू तक पहुंचने, कोल्ड-चेन इंफ्रास्ट्रक्चर वृद्धि के लिए जनसंख्या समूहों की प्राथमिकता जैसे विभिन्न मुद्दों की समीक्षा की।

सरकार ने प्रेस रिलीज में कहा,  वैक्‍सीन की सप्‍लाई चेन को बढ़ाया जा रहा है और नॉन-वैक्‍सीन सप्‍लाई भी तेज की जा रही है। कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम की ट्रेनिंग और इम्प्लीमेंटेशन के लिए मेडिकल एंड नर्सिंग के स्टूडेंट्स के अलावा फैकल्टी को भी साथ लिया जाएगा। 

बैठक में कई विभागों के अफसर हुए शामिल
इस बैठक में पीएम ऑफिस के अफसरों के अलावा स्‍वास्‍थ्‍य, विदेश, नीति आयोग और कई अहम विभागों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। पीएम ने वैक्सीन के इमरजेंसी अप्रूवल से लेकर वैक्सीन के उत्पादन और उसे हासिल करने की प्रक्रिया पर अपडेट ली। जैसे-जैसे फेज 3 ट्रायल्‍स के नतीजे आएंगे, रेगुलेटर्स उनकी जांच कर इस्‍तेमाल को मंजूरी देंगे।

'स्वास्थ्यकर्मियों की हो रही पहचान'
प्रधानमंत्री ने कहा, कोरोना वैक्सीन की प्राथमिकता के लिए महामारी से जग लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मियों और अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। जिन्हें कोरोना की वैक्सीन पहले दी जाएगी। उन्होंने बताया, कोरोना वैक्सीन के वितरण की प्रक्रिया को लेकर प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा की गई। 

बैठक के दौरान पीएम ने वैक्सीन बनाने में जुटे इनोवेटर्स, वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों और फार्मा-कंपनियों के प्रयासों की तारीफ की। इस दौरान पीएम ने निर्देश दिया की वैक्सीन के रिचर्स, विकास और विनिर्माण के लिए हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी।