सार
सीमा पर सैनिकों की वापसी में तेजी लाने के लिए भारत और चीन पहले ही सहमत हो चुके थे।
मॉस्को: ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के समूह ब्रिक्स का शिखर सम्मेलन कल से शुरू हो रहा है। इस दौरान मॉस्को में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर बातचीत हो सकती है। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिक्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो मोदी-शी की मुलाकात में भारत-चीन सीमा विवाद पर भी चर्चा होगी।
सीमा पर तनाव कम करने के उपायों पर दोनों देश बातचीत कर सकते हैं। सीमा पर सैनिकों की वापसी में तेजी लाने के लिए भारत और चीन पहले ही सहमत हो चुके थे। लेकिन बीच-बीच में विवाद उठने से सैनिकों की वापसी प्रभावित हो रही है। मोदी और शी के बीच सीधी बातचीत से कुछ फायदा हो सकता है। 2020 में सीमा पर हुई झड़प के बाद से मोदी और शी के बीच कोई औपचारिक द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई है। हालांकि, ब्रिक्स में मुलाकात को लेकर दोनों देशों ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
ब्रिक्स समिट 22 से 24 अगस्त तक रूस के कज़ान में होगा। मोदी और शी दोनों इसमें शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समिट में भाग लेने के लिए कल रूस जाएंगे। वे रूसी राष्ट्रपति के निमंत्रण पर रूस जा रहे हैं। इस दौरान वे पुतिन से भी मुलाकात करेंगे। पुतिन की अध्यक्षता में कज़ान में होने वाले समिट में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे।
इस बीच, ब्रिक्स समिट से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि जब भी वे मोदी से बात करते हैं, तो मोदी एक ही बात पर जोर देते हैं कि यूक्रेन-रूस युद्ध खत्म होना चाहिए। पुतिन ने इसके लिए मोदी का शुक्रिया अदा किया।