सार
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि तिरुवनंतपुरम के दस कॉलेजों में इन लैब्स की स्थापना की जाएगी। इंडियाएआई मिशन के तहत ये लैब सरकारी और निजी दोनों प्रकार के संस्थानों में स्थापित होंगे।
India AI Mission: केरल के तिरुवनंतपुरम में 10 एआई लैब्स की स्थापना किए जाने का ऐलान केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने किया है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि तिरुवनंतपुरम के दस कॉलेजों में इन लैब्स की स्थापना की जाएगी। इंडियाएआई मिशन के तहत ये लैब सरकारी और निजी दोनों प्रकार के संस्थानों में स्थापित होंगे।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी, कौशल विकास एवं उद्यमिता और जल शक्ति राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को यहां कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा इंडियाएआई मिशन के लिए पिछले सप्ताह जो 10,371 करोड़ रुपये के परिव्यय को मंजूरी दी गई उससे केरल के युवाओं और स्टार्टअप्स को मदद मिलेगी।
मीडिया से बातचीत में केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि इंडियाएआई मिशन के तहत इनोवेशन केंद्रों द्वारा हमारी भारतीय डिजिटल अर्थव्यवस्था और हमारे नागरिकों के लिए एआई की शक्ति का उपयोग किया जाएगा। स्वास्थ्य, चिकित्सा खोज, कृषि, शिक्षा, सुरक्षा, शासन, भाषा अनुवाद जैसे क्षेत्रों में इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा। एआई कंप्यूट और एआई डेटा सेंटर एआई मॉडल के प्रशिक्षण के महत्वपूर्ण हैं इसलिए, एआई कंप्यूट के लिए 10,000 जीपीयू की क्षमता निर्माण से केरल समेत देशभर में स्टार्टअप्स को मदद मिलेगी। स्टार्टअप्स को फंडिंग करने के लिए 2000 करोड़ रुपये अलग रखे गए हैं।
केरल में टेक इकोसिस्ट का अभाव दूर होगा
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि प्रौद्योगिकी के मामले में अग्रणी रहने वाला राज्य केरल में आज टेक इकोसिस्ट का अभाव है। एक मलयाली होने के नाते, यह मेरे लिए अस्वीकार्य है कि तिरुवनंतपुरम जिसके पास इतनी सारी प्रतिभा क्षमताएं वहां टेक इकोस्टिम की कमी हो। यह इस बात का साफ संकेत है कि केरल में टेक इकोस्टिम को नजरंदाज किया गया जो आगे अब नहीं होगा। मेरा मिशन है कि तिरुवनंतपुरम प्रौद्योगिकी, स्टार्टअप और नवाचार में फिर से अग्रणी भूमिका निभाए क्योंकि इस शहर में अपार संभावनाएं हैं। उचित मार्गदर्शन और कौशल प्रशिक्षण के अवसर मिलने पर अनेक मलयाली छात्र अपनी प्रतिभा और कौशल से उत्कृष्टता हासिल कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि वर्षों से केरल में अवसरों और बुनियादी ढांचों की कमी रही है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के प्रयासों से पिछले 10 वर्षों में चाहे सड़कें हों या हवाई अड्डे हों, बंदरगाह हों, रेलवे स्टेशन हों या डिजिटल बुनियादी ढाँचा हों, बुनियादी ढाँचे में निवेश से व्यापक बदलाव आया है। केंद्र सरकार ने सड़कों, रेलवे स्टेशनों को बेहतर बनाने और हवाई अड्डों के आधुनिकीकरण पर करीब 58,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारे पास ‘विकसित केरल’ और ‘विकसित तिरुवनंतपुरम’ का विजन है - जो ‘विकसित भारत’ के मिशन की दिशा में देश की तरक्की में उत्प्रेरक शक्ति के रूप में काम करेगा।
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