सार

फ्रांस में कार्टून विवाद के बाद हत्या की घटना को सही ठहराने पर मुनव्वर राणा ने विवादित बयान के बाद गुरूवार को अपना स्पष्टीकरण दिया है। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि 'जिसने कार्टून बनाया और जिसने कत्ल किया दोनों ने बुरा किया इसलिए वे दोनों ही गुनहगार हैं।' बता दें कि इससे पहले उन्होंने कहा था कि मैं अपनी बात पर कायम रहूंगा।

नई दिल्ली. फ्रांस में कार्टून विवाद के बाद हत्या की घटना को सही ठहराने पर मुनव्वर राणा ने विवादित बयान के बाद गुरूवार को अपना स्पष्टीकरण दिया है। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि 'जिसने कार्टून बनाया और जिसने कत्ल किया दोनों ने बुरा किया इसलिए वे दोनों ही गुनहगार हैं।' बता दें कि बीती 2 नंवबर को उन्होंने फ्रांस की घटना पर आतंकी द्वारा किए गए कृत्य को सही ठहरा दिया था। इसके बाद उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एफआईआर भी दर्ज की गई थी। एफआईआर पर उन्होंने कहा था कि मैं अपनी बात पर कायम रहूंगा।

दरअसल,एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में मुनव्वर राणा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि 'मैंने सिर्फ ये कहा था कि धार्मिक आधार पर कार्टून बनाना गलत बात है और हत्या करना उससे भी ज्यादा गलत है। वह आगे बोले, मैंने कार्टून बनाने का विरोध किया था। जब उनसे पूछा गया कि आपने कहां था कि इस तरह से धार्मिक भावनाओं को आहत किया जाएगा तो कोई भी कत्ल कर सकता है। इसका मतलब आप भी ऐसा कर सकते हैं। इस पर उनका कहना था, 'नहीं मैं इस उम्र में और बीमारी की हालत में क्या किसी का कत्ल करूंगा। जिसने ऐसा कार्टून बनाया है और जिसने कत्ल किया दोनों ने बुरा किया।'

2 नवंबर को क्या कहा था राणा ने?
एफआईआर के बाद उन्होंने कहा था कि 'मैं अपनी बात पर कायम रहूंगा, मुझे फ्रांस की घटना पर सच बोलने की जो सजा मिले वो मंजूर है। अगर मेरी बात पर कोई गुनाह सिद्ध हुआ तो चौराहे पर कर शूट कर देना।' राणा ने कहा कि 'मैं उन लोगो की तरह नहीं जो मुकदमे वापस करवाते फिरते हैं और सच बोलने से डरते हैं।'

दरअसल, राणा के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर में उनके बयान को वैमनस्यता को बढ़ाने वाला बताया गया है। पुलिस के मुताबिक, यह बयान सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने वाला है। पुलिस ने मुनव्वर राणा के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए, 295 ए, 298, 505 सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

मुनव्वर राणा ने क्या बयान दिया था?
फ्रांस के हमले को मुनव्वर राणा ने सही ठहराया था। उन्होंने कहा था, अगर उस स्टूडेंट की जगह मैं भी होता तो वही करता जो उसने किया। आप विवाद को जन्म देकर लोगों को उकसा रहे हैं। मोहम्मद साहब का कार्टून बना कर उसे कत्ल के लिए मजबूर किया गया। अगर उस स्टूडेंट की जगह मैं भी होता तो वहीं करता जो उसने किया। अगर कोई भगवान राम का विवादित कार्टून बनाएगा तो मैं उसका भी कत्ल कर दूंगा।

क्या है फ्रांस में उठा पैगंबर मोहम्मद से जुड़ा विवाद?
18 साल के अब्दुल्लाख अंजोरोव इस्लामिक कट्टरवादी ने 16 अक्टूबर को फ्रांस के एक शिक्षक की सिरकलम कर सिर्फ इसलिए हत्या कर दी थी, क्योंकि शिक्षक ने पैगंबर मोहम्मद वाला कार्टून दिखाया था। शिक्षक सैमुएल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता विषय पर यह कार्टून दिखा रहे थे। सैमुअल की मौत के बाद फ्रांस में लोग सड़कों पर उतर आए। यहां तक की शहरों में सैमुअल को श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी तस्वीर के साथ पैगंबर मोहम्मद के कार्टून भी लगाए। 

इस घटना पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने इसे इस्लामी आतंकवाद करार दिया था। उन्होंने कहा था कि इस्लाम हमारा मुस्तकबिल (भविष्य) हथियाना चाहता है, जो कभी नहीं होगा। उन्होंने पैगम्बर मोहम्मद साहब के कार्टून जारी रखने की बात कही थी।