सार

नासिक, 14 सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र के नासिक जिले के निवासियों ने जल प्रदूषण से बचने की नगर निगम और सामाजिक संगठन की अपील पर भगवान गणेश की मूर्तियों को गोदावरी नदी में विसर्जित करने के बजाय दान कर दिया। शनिवार को यहां जारी विज्ञप्ति में यह बात कही गई है।

नासिक, 14 सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र के नासिक जिले के निवासियों ने जल प्रदूषण से बचने की नगर निगम और सामाजिक संगठन की अपील पर भगवान गणेश की मूर्तियों को गोदावरी नदी में विसर्जित करने के बजाय दान कर दिया। शनिवार को यहां जारी विज्ञप्ति में यह बात कही गई है।

1,29,923 मूर्तियों का संग्रह हुआ
नगर निकाय ने 12 सितंबर को 'अनंत चतुर्दशी' के दिन नदी के किनारे विसर्जन स्थलों के पास स्थापित किए गए विशेष केन्द्रों से 1,29,923 मूर्तियों का संग्रह किया।
विज्ञप्ति में कहा गया है, "हमने मूर्तियों के अलावा नगर निगम के मंडलों से 108. 035 टन इस्तेमाल किये गए फूलों व अन्य कचरा भी इकट्ठा किया है।"विज्ञप्ति के अनुसार, नगर निगम ने पानी में आसानी से नहीं घुलने वाली प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) से बनी भगवान गणेश की मूर्तियों के आसान निपटान के लिए लोगों के बीच 5.6 टन अमोनियम बाईकार्बोनेट पाउडर का वितरण किया है।11 दिन तक चलने वाला गणेश चतुर्थी महोत्सव दो सितंबर को शुरू होकर 12 सितंबर तक चला।

(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है। एशियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)