सार
नौसेना एडमिरल्स के कंधों पर लगे एपॉलेट्स (Navy Admirals Epaulettes Design ) अब बदल दिए गए हैं। नए एपॉलेट्स पर छत्रपति शिवाजी महाराज की राजमुद्रा का चिह्न दिखाई दे रहा है।
Navy Admirals Epaulettes Design. नौसेना दिवस 2023 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अब एडमिरल्स के कंधों पर भारतीयता की पहचान वाले एपॉलेट्स लगेंगे। पीएम के इस ऐलान को मूर्त रूप दे दिया गया है और एडमिरल्स के लिए एपॉलेट्स का नया डिजाइन तैयार कर लिया गया है। भारतीय नौसेना के एडमिरल्स के कंधों पर छत्रपति शिवाजी महाराज की रॉयल सील का चिह्न दिखाई देगा। यह नया डिजाइन नौसेना के फ्लैग से ही लिया गया है और यह भारत की समृद्ध विरासत को दर्शाने वाला है।
पीएम मोदी के ऐलान के बाद अनावरण
शुक्रवार को नौसेना एडमिरल्स के नए एपॉलेट्स की डिजाइन का अनावरण कर दिया गया है। पीएम मोदी ने नौसेना दिवस के दौरान इसका ऐलान किया था। भारतीय नौसेना ने कहा है कि नया डिजाइन हमारे पंच प्राण के दो स्तंभों को दर्शाता है। पहला यह कि हमें अपनी विरासत पर गर्व है और दूसरा यह कि गुलामी की मानसिकता से मुक्ति का हमारा प्रण पूरा हो रहा है।
4 दिसंबर को मनाया जाता है नौसेना दिवस
1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान कराची हार्बर के खिलाफ भारतीय नौसेना द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन ट्राइडेंट की याद में 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। यह ऑपरेशन पाकिस्तान के ऑपरेशन चंगेज खान के जवाब में शुरू किया गया था। यह पश्चिमी क्षेत्र में भारतीय एयरबेस के खिलाफ पूर्वव्यापी हवाई हमला था। ऑपरेशन ट्राइडेंट के जरिए भारतीय नौसेना ने बहादुरी से पाकिस्तान के हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया। ऑपरेशन ट्राइडेंट के बाद भारतीय नौसेना ने पायथन और ऑपरेशन कैक्टस भी लॉन्च किया। यह उन बहादुर सैनिकों को याद करने का भी दिन है जिन्होंने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान अपनी जान गंवा दी थी।
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