सार
छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा जिला बॉर्डर पर शनिवार को नक्सलियों के साथ हुई पैरामिलिट्री की मुठभेड़ में 30 जवानों के शहीद होने की आशंका है। 24 जवानों के शव मिल चुके हैं। पहले यह संख्या 5 बताई गइ थी। जंगल से लापता जवानों के शव मिलते जा रहे हैं। कुछ जवान अभी भी लापता हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी ANI ने बताया कि इस हमले में 15 नक्सलियों के मारे जाने की सूचना है। लापता जवानों को ढूंढ़ने एयरफोर्स जंगल में सर्चिंग कर रही है।
रायपुर, छत्तीसगढ़. शनिवार को बीजापुर-सुकमा जिला बॉर्डर पर पैरामिलिट्री और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ के बाद अब 30 जवानों के शहीद होने की आशंका है। पहले यह संख्या 5 बताई गई थी। जंगल में सर्चिंग के दौरान जवानों के शव मिलते जा रहे हैं। अभी भी कुछ जवान मिसिंग बताए जाते हैं। उन्हें ढूंढने एयरफोर्स की मदद ली जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय वायु सेना ने बचाव कार्य के लिए एमआई-17 हेलिकाप्टर सर्चिंग में लगाए हैं। बैकअप के लिए एक्स्ट्रा फोर्स भी मौजूद है। शहीद जवानों का पोस्टमार्टम रविवार को किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ पुलिस सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी ANI ने बताया कि इस हमले में 32 जवान घायल हुए। इनमें से 25 को बीजापुर अस्पताल और 7 को रायपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के लिए नक्सली ऑपरेशन की प्लानिंग फेल होना माना जा रहा है।
यह भी जानें
- CRPF, DRG, STF और कोबरा बटालियन के 2000 जवान सर्चिंग पर निकले हैं। उनके साथ बैकअप फोर्स भी है। लापता जवानों की सर्चिंग में फोर्स खूंखार नक्सली हिड़मा के गढ़ में कूद पड़ी है। आशंका है कि फिर से नक्सलियों से मुठभेड़ हो सकती है। केंद्र सरकार इस मामले पर नजर बनाए हुए है।
- बताते हैं कि नक्सलियों ने देसी रॉकेट लॉन्चर और लाइट मशीनगन (एलएमजी) का इस्तेमाल किया था। जहां यह हमला हुआ, वो नक्सलियों का बड़ा गढ़ माना जाता है। यहीं से एक किमी दूर नक्सलियों के दुर्दांत कमांडर हिड़मा का गांव है।
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घायल जवानों को बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया है। डीआईजी(नक्सल ऑपरेशन) ओपी पाल ने बताया कि सुकमा-बीजापुर की सीमा पर जूनागढ़ गांव में यह मुठभेड़ हुई थी।
- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि लगातार 4 घंटे तक फायरिंग हुई है। नक्सलियों को बड़ा नुकसान हुआ है। जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। 7 घायलों को रायपुर शिफ्ट किया गया है, वो खतरे से बाहर हैं। लापता जवानों को ढूंढ़ने रेस्क्यू के लिए टीम गई है।
- राज्य के डीजीपी डीएम अवस्थी ने बताया कि शुक्रवार रात को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की कोबरा बटालियन डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था। नक्सल विरोधी अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर और पामेड़ से तथा सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से करीब दो हजार जवान शामिल थे।
- इसी बीच नक्सलियों ने पुलिस दल पर हमला बोल दिया था। बस्तर रेंज के आईजी पी सुंदरराजन 15 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि करते हैं। मुठभेड़ के समय 250 नक्सली के मौजूद थे।
- इससे पहले शनिवार को बताया गया था कि मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हुए। इनमें 3 जवान DRG और 2 CRPF के हैं। वहीं, 9 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि की गई थी। हालांकि अब यह संख्या 15 बताई जा रही है। एनकाउंटर स्थल से एक महिला नक्सली का भी शव मिला है।
नक्सली हमले के बाद डीजी CRPF कुलदीप सिंह छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। गृह मंत्रालय ने उन्हें लोकेशन पर जाने के निर्देश दिए थे। - इस बीच एनकाउंटर के बाद सुरक्षाबलों के शीर्ष अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई गई। इसमें डीजीपी डीएम अवस्थी, स्पेशल डीजी(एंटी नक्सल ऑपरेशन) अशोक जुनेजा सहित तमाम अधिकारी शामिल हुए। यह बैठक रायपुर में हुई।
राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री सहित कई नेताओं ने जताया शोक
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले पर दुख जताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नक्सली हमले पर शोक जताते हुए कहा कि वीर शहीदों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
- गृहमंत्री अमित शाह ने भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से घायल जवानों का हाल-चाल पूछा। शाह ने मुख्यमंत्री से कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर नक्सली हिंसा की लड़ाई को अवश्य जीतेंगे और केंद्र सरकार की तरफ से जो भी आवश्यक मदद होगी वो राज्य सरकार को दी जाएगी।
- छत्तीसगढ़ नक्सली हमले पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शोक जताया है-छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं व घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। राष्ट्र इन वीर सपूतों का सदैव ऋणी रहेगा। ईश्वर शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। इस संकट की घड़ी में सारा देश आपके साथ है।