सार

गुजरात के गांधीधाम के स्टोर पर हुई तोड़फोड़ मामले में NDTV की गलत रिपोर्टींग पर गुजरात पुलिस ने चैनल से जवाब मांगा है। दरअसल, चैनल ने अपनी एक रिपोर्ट में दिखाया था कि गांधीधाम के 'तनिष्क' स्टोर पर अज्ञातों द्वारा हमला किया गया है। इसी को लेकर ज्वेलरी के मालिक ने कहा है कि स्टोर में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। मीडिया में फेक न्यूज दिखाई जा रही है। 

गांधीधाम. ज्वेलरी कंपनी तनिष्क के विवादित विज्ञापन को लेकर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। गुजरात के गांधीधाम के स्टोर पर हुई तोड़फोड़ मामले में NDTV की गलत रिपोर्टींग पर गुजरात पुलिस ने चैनल से जवाब मांगा है। दरअसल, चैनल ने अपनी एक रिपोर्ट में दिखाया था कि गांधीधाम के 'तनिष्क' स्टोर पर अज्ञातों द्वारा हमला किया गया है। इसी को लेकर ज्वेलरी के मालिक ने कहा है कि स्टोर में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। मीडिया में फेक न्यूज दिखाई जा रही है। हालांकि स्टोर मालिक ने फोन पर धमकियां मिलने की पुष्टि जरूर की है। हालांकि NDTV की तरफ से इस मामले को लेकर अबतक कोई बयान नहीं दिया गया है।

पूरे मामले पर पुलिस का बयान सामने आ गया है। कच्छ एसपी मयूर पाटिल के मुताबिक, 12 अक्टूबर को तनिष्क स्टोर पर दो लोग आये थे। उन्होंने गुजराती में दुकानदार से माफ़ी मांगने की बात कही। दुकान के मालिक ने उनकी मांग पूरी भी कर दी। इसके अलावा उन्हें कच्छ से धमकी भरे फ़ोन आ रहे हैं। साथ ही स्टोर पर हमले की ख़बर निराधार है।

क्या दिखाया था NDTV ने?

अपनी रिपोर्टींग में NDTV ने दिखाया था कि गुजरात के गांधीधाम शहर में तनिष्क कंपनी के एक स्टोर पर गुस्साई भीड़ ने हमला कर दिया और स्टोर मैनेजर के जबरन माफीनामा लिखवाया गया है। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक तनिष्क के इस स्टोर को विज्ञापन विवाद के बाद से लगातार धमकियां मिल रही थी। अब एहतियात के तौर पर इलाके में पुलिस ने पेट्रोलिंग बढ़ा दी है और सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया है।

क्यों हुआ तनिष्क के विज्ञापन से विवाद?

स्थानीय पुलिस अधिकारी के मुताबिक कुछ लोगों ने स्टोर को बताया था कि उनके विज्ञापन को लेकर लोगों की भावनाएं आहत हुई है। गौरतलब है कि हाल ही में तनिष्क कंपनी ने नए कलेक्शन 'एकत्वम' को लेकर एक ऐड रिलीज किया था, जिसमें दो परिवारों के बीच अंतरधार्मिक विवाह दिखाया गया था। ट्विटर पर इस विज्ञापन को लेकर #BoycottTanishq ट्रेंड होने लगा था। सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसे लव जिहद को प्रोत्साहित करने की साजिश बता रहे हैं और इसे हटाने की भी मांग कर रहे थे।