सार
दुनियाभर के मित्र देशों के अलावा स्थानीयस्तर पर औद्योगिक घरानों और स्वयंसेवी संगठनों की पहल और मदद से भारत की स्वास्थ्य सेवाएं निरंतर सुधार की ओर हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत के लिए अपने अस्पतालों की व्यवस्थाएं सुधारना एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन युद्धस्तर पर किए गए प्रयासों से स्थितियां काबू में आ गई हैं। दुनिया के तमाम देश भारत को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, सिलेंडर, कंटेनर से लेकर दवाइयां और अन्य मेडिकल सामग्री भेज रहे हैं। यह सिलसिला लगातार जारी है। आइए जानते हैं देश और दुनिया की मदद से कैसे बदल रही स्वास्थ्य सेवाएं...
नई दिल्ली. संकट कितना भी बड़ा हो, हौसलों से उसे जीता जा सकता है। कोरोना संकट से जूझ रहे भारत के लिए यह समय बेहद कठिन है। लेकिन अच्छी बात यह है कि महामारी के खिलाफ छेड़े गए युद्ध में वो अकेला नहीं है। दुनियाभर के मित्र देशों के अलावा स्थानीयस्तर पर औद्योगिक घरानों और स्वयंसेवी संगठनों की पहल और मदद से भारत की स्वास्थ्य सेवाएं निरंतर सुधार की ओर हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत के लिए अपने अस्पतालों की व्यवस्थाएं सुधारना एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन युद्धस्तर पर किए गए प्रयासों से स्थितियां काबू में आ गई हैं। दुनिया के तमाम देश भारत को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, सिलेंडर, कंटेनर से लेकर दवाइयां और अन्य मेडिकल सामग्री भेज रहे हैं। यह सिलसिला लगातार जारी है।
आइए जानते हैं देश और दुनिया की मदद से कैसे बदल रही स्वास्थ्य सेवाएं...
फरीदाबाद: केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल ने बताया-अटल बिहारी मेडिकल अस्पताल में वेस्टर्न कमांड द्वारा 100 बेड के कोविड अस्पताल का आज शुभारंभ किया गया है। 30 वेंटिलेटर भी यहां आ रहे हैं। इससे फरीदाबाद के लोगों को बहुत फायदा होगा।
हरियाणा: मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने बताया-आज वायुसेना के विमान में हमारे दो टैंकर ऑक्सीजन लेने भुवनेश्वर गए हैं। हमारे वायुसेना के जवान बहुत कठिन काम कर रहे हैं, मैं वायुसेना का इसके लिए धन्यवाद करता हूं।
उत्तर प्रदेश: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से चली ऑक्सीजन एक्सप्रेस 40 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के साथ कानपुर पहुंची।
कर्नाटक: ऑक्सीजन एक्सप्रेस झारखंड के टाटानगर से ग्रीन कॉरिडोर के जरिए 6 ऑक्सीजन कंटेनर के साथ बेंगलुरु पहुंची।
उत्तर प्रदेश: लखनऊ के हज हाउस में कोविड अस्पताल बनाया गया है। चीफ ऑफ प्रोजेक्ट ने बताया, ''यह 255 बेड का अस्पताल है जिसमें 25 वेंटिलेटर हैं। यह बहुत हाईटेक अस्पताल है। आज HAL की तरफ से यूपी सरकार को इसका हस्तांतरण किया जाएगा। हमने 10-12 दिनों के अंदर ये अस्पताल बनाया है।''
केरल: तिरुवनंतपुरम में गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वीमेन में ऑक्सीजन वॉर रूम और ऑक्सीजन स्टोरेज सेंटर स्थापित किया गया। इसके प्रभारी कहते हैं, "हम जिला कलेक्टर द्वारा निगरानी कर रहे हैं और हम 24/7 काम करते हैं। हम अस्पतालों के लिए एक पंजीकरण पोर्टल हैं"
सेना की मदद: भारतीय वायु सेना (IAF) और भारतीय नौसेना (IN) कोविड-19 स्थिति से निपटने और चिकित्सा आपूर्ति दुरुस्त करने हेतु रसद संबंधी सहायता प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। 10 मई तक भारतीय वायुसेना के विमानों ने कुल 6,420 मीट्रिक टन की क्षमता के 336 ऑक्सीजन कंटेनरों एवं अन्य चिकित्सा आपूर्ति तथा उपकरणों को एयरलिफ्ट करने के लिए देश के विभिन्न भागों से 534 उड़ानें भरीं। इसमें जामनगर, भोपाल, चंडीगढ़, पानागढ़, इंदौर, रांची, आगरा, जोधपुर, बेगमपेट, भुवनेश्वर, पुणे, सूरत, रायपुर, उदयपुर, मुंबई, लखनऊ, नागपुर, ग्वालियर, विजयवाड़ा, बड़ौदा, दीमापुर और हिंडन आदि शहर शामिल हैं। ऑपरेशन 'समुद्र सेतु II' के हिस्से के रूप में भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस ऐरावत, आईएनएस त्रिकंद और आईएनएस कोलकाता 10 मई को मित्र देशों से महत्वपूर्ण कोविड-19 मेडिकल स्टोर्स के साथ वापस स्वदेश पहुंचे। पश्चिमी कमान ने तीन COVID देखभाल अस्पतालों को राष्ट्र को समर्पित किया
दुनियाभर से ऑक्सीजन कंटेनर भारत पहुंचे: भारत के सबसे बड़े कंटेनर पोर्ट, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट पर 80 मीट्रिक टन की कुल मात्रा वाले चार मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन से भरे क्रायोजेनिक कंटेनरों को उतारा गया। प्रत्येक क्रायोजेनिक कंटेनर में 20 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन लाई गई है। ये मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन कंटेनर जेबल अली पत्तन, संयुक्त अरब अमारात में लोड किए गए थे और ये आज भारत पहुंच गए है।
इंडोनेशिया: यहां से गुजरात के जामनगर गुजरात के लिए एक भारतीय वायु सेना IL-76 एयरलिफ्टिंग 2 क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनर और दूसरा विमान सिंगापुर से 3 कंटेनरों को पनागर (पश्चिम बंगाल) ले गया।
जम्मू-कश्मीर: शोपियां में कोविड संक्रमण के बीच ज़िला अस्पताल में नए ऑक्सीजन प्लांट का संचालन शुरू किया गया है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने बताया, "आने वाले 2-3 दिनों में हम कोविड मरीज़ों के लिए इस प्लांट के द्वारा ऑक्सीजन हासिल कर लेंगे। इस प्लांट की लागत 7.8 करोड़ रुपए है।"
मध्य प्रदेश: जबलपुर में एक गोदाम को 500 बेड वाले कोविड केयर सेंटर में बदला गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "इस सेंटर में ऑक्सीजन बेड और अन्य सुविधाएं हैं। जिन लोगों के पास घर में आइसोलेशन होने के लिए जगह नहीं है, वे यहां आ सकते हैं।"
हिमाचल प्रदेश: शिमला में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने निर्माणाधीन IGMC अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, "IGMC में जो नया OPD बन रहा है, हमने उसका कोविड के लिए निरीक्षण किया। इसमें हम कोविड के मरीजों के लिए 500 बेड लगाना चाहते हैं। कोविड के लिए हमने 2 मंजिल तय कर दी है।"
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