सार

भारत में कोरोना संक्रमण की स्पीड पर काबू नहीं होने से स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर पड़ा है। हालांकि ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, दवाओं और अन्य मेडिकल जरूरतों की पूर्ति के लिए दुनिया के छोटे-बड़े कई देश भारत की मदद को आगे आए हैं। थाइलैंड, अमेरिका, जर्मनी, यूके, सिंगापुर, बैंकॉक, हांगकांग, दुबई, आयरलैंड से लेकर दूसरे अन्य देशों से भारत के पास लगातार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य मेडिकल इक्विपमेंट की मदद पहुंच रही है। जानिए कहां से क्या मदद मिल रही है...

नई दिल्ली. भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी रफ्तार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर डाला। हालांकि पिछले कुछ दिनों से दुनियाभर से भारत को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, दवाइयां और अन्य मेडिकल सामग्री की मदद मिल रही है। दुनिया के छोटे-बड़े कई देश भारत की मदद को आगे आए हैं। अमेरिका, जर्मनी, यूके, सिंगापुर, बैंकॉक, हांगकांग, दुबई, आयरलैंड से लेकर दूसरे अन्य देशों से भारत के पास लगातार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य मेडिकल इक्विपमेंट की मदद पहुंच रही है। बता दें कि देश में पिछले 24 घंटे में 4 लाख से अधिक नए केस मिले हैं।

 

ऑक्सीजन और अन्य सुविधाओं का UPDATE

छत्तीसगढ़ के रायपुर में ऑक्सीजन ऑन व्हील सेवा को शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसका शुभारंभ किया। ऑक्सीजन ऑन व्हील के तहत आइसोलेशन वाले मरीजों को घर पर ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर उपलब्ध कराया जाएगा। इस ई-उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री ने फ्री एंबुलेंस सेवा का भी उद्घाटन किया। उन्होंने बताया कि कोविड मरीजों के लिए फ्री एंबुलेंस सेवा शुरू किया गया है। इसके अलावा सूखा राशन बंटवाने का काम भी प्रारंभ किया गया है। यह सेवा रायपुर म्युनिसिपल कारपोरेशन ने प्रारंभ किया है। 

 

पश्चिम बंगाल: दुर्गापुर में ऑक्सीजन टैंकर को ऑक्सीजन  एक्सप्रेस पर लोड किया गया। ये ऑक्सीजन एक्सप्रेस दिल्ली में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन पहुंचाएगी।

रिलायंस: कंपनी ने 15 लाख से अधिक लोगों को फ्री में ऑक्सीजन दी: कोरोना संक्रमण के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मेडिकल लिक्विड ऑक्सीजन का प्रोडक्शन बढ़ा दिया है। इस समय रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत के कुल प्रोडक्शन का 11% दे रही है। चेयरमैन मुकेश अंबानी खुद इस पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं। देश के 10 में से 1 मरीज को रिलायंस की तरफ से ऑक्सीजन मिल रही है। बता दें कि अप्रैल में रिलायंस ने गुजरात के जामनगर स्थित प्लांट से 15,000 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन का प्रोडक्शन किया था। इससे 15 लाख मरीजों को मुफ्त में फायदा मिला। प्रोडक्शन बढ़ने के साथी ही रिलायंस ने 24 आईएसओ कंटेनर और 500 मीट्रिक टन ट्रांसपोर्ट की क्षमता वाले कंटेनर्स को एयरलिफ्ट किया था। कुछ और  24 आईएसओ कंटेनर कुछ दिनों में एयरलिफ्ट होंगे। इसमें एयरफोर्स ने मदद की।

दिल्ली: पुलिस ने सीबीआर हॉस्पिटल में 12 ऑक्सीजन सिलेंड की व्यवस्था की। यहां केवल 2 घंटे का स्टॉक बचा था।

दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत की मदद करने के लिए थाईलैंड से 15 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिल्ली पहुंचे।

उत्तर प्रदेश: मेरठ विधायक रफीस अंसारी ने अपनी विधायक निधि से 50 लाख रुपये कब्रिस्तानों में मिट्टी डलवाने और जरूरतमंदों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए दिए। उन्होंने बताया, "हमने 25 लाख रुपये अपनी निधि से कब्रिस्तानों में मिट्टी डलवाने के लिए और 25 लाख रुपये ऑक्सीजन के लिए दिए हैं।
 

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