सार

कोरोना महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में भारत के साथ दुनियाभर के मित्र देश कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। दुनियाभर से मिल रही मेडिकल हेल्प के बाद से भारत की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है। ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी दूर हुई है, वहीं अन्य सुविधाओं में भी सुधार हुआ है। आइए जानते हैं विदेशों और स्थानीयस्तर पर मिल रही मदद से कैसे बदलती जा रही भारत की स्वास्थ्य सेवाएं...
 

नई दिल्ली. कोरोना की दूसरी लहर ने भारत की स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर डाला था, लेकिन दुनियाभर से मिल रही मदद के बाद स्थितियां लगातार सुधर रही हैं। दुनियाभर के मित्र देश कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। दुनियाभर से मिल रही मेडिकल हेल्प के बाद से भारत की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है। ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी दूर हुई है, वहीं अन्य सुविधाओं में भी सुधार हुआ है। बता दें कि पिछले 24 घंटे में 2.67 लाख नए केस आए हैं। इनमें से 3.89 लाख ठीक भी हुए। लेकिन चिंताजनक बात यह है कि अब तक कि रिकॉर्ड 4530 मौतें हुई हैं। 

कोरोना को हराने देश-दुनिया से मिल रही मदद की अपडेट जानकारी

हरियाणा: गृहमंत्री अनिल विज ने बताया- हमारी 5,000 टीमें घर घर जा रही हैं। लगभग 3,00,000 परिवारों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। हमारे पास 12,000 के करीब बिना ऑक्सीजन वाले बेड खाली हैं, 4,274 ऑक्सीजन बेड खाली हैं। ICU वाले 691 ऑक्सीजन बेड खाली हैं और 242 वेंटिलेटर खाली हैं। किसी चीज की कमी नहीं है।

रायपुर: यहां के हवाई अड्डे के निदेशक राकेश रंजन सहाय ने बताया-भारतीय वायु सेना एंटोनोव AN32 मेडिकल सप्लाई के साथ रायपुर में लैंड किया।

इजरायल: यहां से लगभग 3 टन ऑक्सीजन उपकरण और चिकित्सा आपूर्ति की एक और खेप भारत पहुंची। यह जानकारी भारत में इजरायल के राजदूत रॉन मलका ने दी।

ऑक्सीजन सप्लाई: पिछले 27 दिनों में ओडिशा के राउरकेला, जाजपुर, ढेंकनाल और अंगुल जिलों से 16809.043 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन ले जाने वाले कुल 919 टैंकरों को ओडिशा पुलिस की देखरेख में 14 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में भेज दिया गया है।

तेलंगाना: सरकार ने तेलंगाना राज्य चिकित्सा सेवा और बुनियादी ढांचा विकास निगम को COVID19 वैक्सीन की 10 मिलियन खुराक की आपूर्ति के लिए अल्पकालिक वैश्विक ई-निविदा आमंत्रित की है।

दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सफदरजंग अस्पताल का दौरा कर वहां करोना की तैयारियों का जायज़ा लिया। यहां DRDO की सहायता से नया PSA प्लांट  स्थापित किया गया है। AIIMS और RML के बाद यह तीसरा प्लांट है, बाकी 2 भी जल्द समर्पित हो जाएंगे। एक महीने के अंदर सफदरजंग में इससे दोगुनी क्षमता वाला 2 मीट्रिक टन का एक और प्लांट स्थापित हो रहा है। पिछले साल स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो 162 प्लांट की मंजूरी दी थी, उसमें से 104 प्लांट साइट पर डिलीवर हो चुके हैं। उसमें से लगभग  86 प्लांट काम करना शुरू कर चुके हैं।

दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया-दिल्ली में कुल 27,000 के करीब बेड हैं जिसमें से 13,000 बेड खाली हैं। 6,500 के करीब ICU बेड हैं जिसमें 1200 के करीब खाली हैं। स्थिति दिन प्रतिदिन अच्छी हो रही है।

जानिए कहां के किस एम्स में कितने बेड-भुवनेश्वर में 295 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 62 वेंटिलेटर सहित आईसीयू बेड, भोपाल में 300 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 200 वेंटिलेटर सहित आईसीयू बेड, जोधपुर में 120 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 190 वेंटिलेटर सहित आईसीयू बेड, पटना में 330 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 60 वेंटिलेटर सहित आईसीयू बेड, रायपुर में 330 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 60 वेंटिलेटर सहित आईसीयू बेड, ऋषिकेश में 150 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 250 वेंटिलेटर सहित आईसीयू बेड, मंगलागीरी में 90 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 10 वेंटिलेटर सहित आईसीयू बेड, नागपुर में 125 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 10 वेंटिलेटर सहित आईसीयू बेड, रायबरेली में 150 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 20 वेंटिलेटर सहित आईसीयू बेड, बठिंडा में 45 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 25 वेंटिलेटर सहित आईसीयू बेड, बीवीनगर में 24 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड और गोरखपुर में 10 नॉन आईसीयू ऑक्सीजन बेड उपलब्ध हैं।

दवाओं की उपलब्धता: कल केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा ने कोविड-19 के प्रबंधन में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा के लिए औषधि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आज एक बैठक की थी।

जम्मू-कश्मीर: कल केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर की दो राजधानी शहरों, जम्मू और श्रीनगर के लिए कोविड संबंधित सामग्रियों की अलग-अलग खेप रवाना की थी। इसमें फेस मास्क, सैनिटाइज़र और अन्य सहायक सामग्रियां थीं।

पंचायती राज मंत्रालय: वित्त मंत्रालय ने पंचायती राज मंत्रालय की अनुशंसा पर 25 प्रदेशों को ग्रामीण स्थानीय निकायों के अनुदान हेतु 8,923.8 करोड़ रुपये जारी किए हैं।

वैक्सीनेशन: केंद्र सरकार ने अब तक राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों को मुफ्त और राज्यों को सीधे खरीद श्रेणी के माध्यम से 20.78 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक (20,78,04,890) प्रदान की है। 1.94 करोड़ से अधिक कोविड वैक्सीन खुराक (1,94,57,458) अभी भी राज्यों / संघ राज्य क्षेत्रों के पास उपलब्ध हैं, जिन्हें लोगों को लगाया जाना है।

स्वास्थ्यकर्मियों को खाना: ताज सेट्स, वर्ल्ड सेंट्रल किचन के सहयोग से 9 प्रमुख शहरों में स्वास्थ्य कर्मियों को भोजन उपलब्ध करा रहा है। कंपनी ने बताया कि वो चिकित्सा कर्मचारियों और सरकारी विभागों को एक दिन में 17,000-18,000 भोजन प्रदान करती है। इसकी शुरुआत वाराणसी से हुई है। 

 

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