सार

मार्च में ही गर्मी अपने तेवर दिखाने लगी है। हालांकि नए पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के कारण कई राज्यों में बारिश की संभावना बनी हुई है। इससे टेम्परेचर में उछाल नहीं आएगा। लेकिन उत्तर और मध्य भारत में गर्मी बढ़ेगी। दरअसल, चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य महाराष्ट्र और आसपास के इलाकों पर बना हुआ है। पढ़िए अगले दिनों के मौसम का हाल...

नई दिल्ली. भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) का अनुमान है कि गर्मी इस बार भी रिकॉर्ड तोड़ेगी। मार्च में ही गर्मी अपने तेवर दिखाने लगी है। जबकि आमतौर पर अप्रैल के पहले हफ्ते में लू(heat wave) का असर दिखाई देता है। हालांकि नए पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के कारण कई राज्यों में बारिश की संभावना बनी हुई है। इससे अगले कुछ दिनों तक टेम्परेचर में उछाल नहीं आएगा। लेकिन उत्तर और मध्य भारत में गर्मी बढ़ेगी। दरअसल, चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य महाराष्ट्र और आसपास के इलाकों पर बना हुआ है। पढ़िए अगले दिनों के मौसम का हाल...

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effect of western disturbance: भारत में मौसम का हाल
स्काईमेटवेदर(skymetweather) की वेबसाइट पर शेयर की गई जानकारी के अनुसार,  पश्चिमी विक्षोभ को अब उत्तर पश्चिमी राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के रूप में देखा जा रहा है। वहीं, एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व अरब सागर और आसपास के क्षेत्रों में देखा जा सकता है।

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ऐसा रहेगा अगले एक-दो दिन मौसम का हाल
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। वहीं, पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश की संभावना है। उधर, उत्तर और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में तापमान में वृद्धि हो सकती है।

मार्च में इस तरह टेम्परेचर बढ़ने से गेहूं की फसल पर असर पड़ सकता है। दरअसल, देश के कई राज्यों में पिछले साल अक्टूबर तक बारिश होती रही थी, जिससे रबी फसलों की बुवाई में देरी हुई थी।

यह रहा पिछले दिनों मौसम
स्काईमेटवेदर(skymetweather) के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, केरल, जम्मू और कश्मीर, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों के साथ-साथ तटीय कर्नाटक में छिटपुट बारिश देखी गई है। वहीं, तमिलनाडु और केरल के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश की गतिविधियां भी नजर आईं। उधर, पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश दर्ज की गई।

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इस बार फिर रिकॉर्ड तोड़ेगी गर्मी
मौसम विभाग के अनुसार, जिस तरह से मार्च में गर्मी की शुरुआत हुई है, उससे आसार हैं कि इस बार तापमान फिर रिकॉर्ड तोड़ेगा। जैसा कि बिहार में देखने को मिला। यहां मार्च में 11 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। गुरुवार को यहां टेम्परेचर सामान्य से 5 डिग्री अधिक यानी 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, पछुआ हवाओं के असर से बिहार में अगले 4-5 दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा।

अंटार्कटिका के तापमान में उछाल
पिछले हफ्ते अंटार्कटिक और आर्कटिक दोनों जगह टेम्परेचर में बढ़ोत्तरी देखी गई। मौसम विज्ञानी इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश कर रहे हैं।19 मार्च को पूर्वी अंटार्कटिक की कुछ जगहों पर तापमान औसत से 40 डिग्री ज्यादा दर्ज किया गया था। यानी अंटार्कटिका पर आर्कटिक पर मार्च के औसत तापमान में 30 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा का उछाल देखने को मिला।

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