सार
एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन की मौत की जांच कर रही NIA ने कोर्ट को बताया कि सचिन वझे और विनायक शिंदे उस मीटिंग में शामिल थे, जिसमें ठाणे के व्यवसायी मनसुख हिरेन की हत्या की योजना बनाई गई थी। NIA ने यह भी कहा कि सचिन वझे ने एक साजिशकर्ता से बात करने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था।
मुंबई. एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन की मौत की जांच कर रही NIA ने कोर्ट को बताया कि सचिन वझे और विनायक शिंदे उस मीटिंग में शामिल थे, जिसमें ठाणे के व्यवसायी मनसुख हिरेन की हत्या की योजना बनाई गई थी। NIA ने यह भी कहा कि सचिन वझे ने एक साजिशकर्ता से बात करने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था।
स्पेशल कोर्ट के जज पीआर सिट्रे ने विनायक शिंदे और एक अन्य आरोपी नरेश गोर की हिरासत में 7 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। दोनों को पिछले हफ्ते NIA ने हिरासत में लिया था और मंगलवार को उनकी रिमांड खत्म होने पर कोर्ट के सामने पेश किया।
7 सिम कार्ट, एक फोन को लेकर पूछताछ
NIA ने कहा कि उन्हें जांच के दौरान सात सिम कार्ड, कुछ मोबाइल फोन और एक सीपीयू की बरामदगी के बारे में आरोपियों से पूछताछ करने की जरूरत है। ये सिम कार्ड और मोबाइल फोन विनायक शिंदे के पास से बरामद किए गए थे।
NIA के वकील सुनील गोंसाल्वेस ने कोर्ट को बताया कि जांच टीम को 14 मोबाइल फोन नंबरों की लिस्टिंग के दौरान एक कागज का टुकड़ा मिला, जिसमें से पांच नंबर सचिन वझे को दिए गए थे।
3 मार्च तक NIA की हिरासत में वझे
मनसुख हिरेन हत्या मामले की शुरुआत महाराष्ट्र एटीएस ने की थी, लेकिन बाद में इसे NIA ने अपने पास ले लिया था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि दोनों मामले जुड़े हुए हैं। सचिन वेज 3 अप्रैल तक NIA की हिरासत में हैं।