सार

कोरोना महामारी में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम को बड़ी राहत दी है। उन्होंने बताया कि सरकार ने MSME (Ministry of Micro, Small and Medium Enterprises) यानीं सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यम के लिए 6 बड़े कदम उठाए हैं। 

नई दिल्ली. कोरोना महामारी में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम को बड़ी राहत दी है। उन्होंने बताया कि सरकार ने MSME (Ministry of Micro, Small and Medium Enterprises) यानीं सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यम के लिए 6 बड़े कदम उठाए हैं। इसमें यूनिट को बिना गारंटी के 3 लाख करोड़ रुपए का लोन दिया जाएगा। इससे 45 लाख MSME यूनिट को भी लाभ मिलेगा। लोन की समय सीमा 4 साल की होगी।  

"स्थानीय ब्रांड को दुनिया में पहचान दिलानी है" 
निर्मला सीतारमण ने कहा, स्थानीय ब्रांड को दुनिया में पहचान दिलानी है। आत्मनिर्भर भारत का मतलब आत्मविश्वासी भारत का है, जो लोकल लेवल पर उत्पाद बनाकर ग्लोबल उत्पादन में योगदान करे, न कि अपने में सीमित रहे।

- वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने कहा, आत्मनिर्भर भारत के 5 पिलर, इकॉनमी, इन्फ्रास्ट्रक्चर, सिस्टम, डेमोग्राफी और डिमांड हैं। डीबीटी के जरिए लोगों के खाते में सीधे पैसे पहुंच रहे हैं, किसी को बैंक तक जाने की जरूरत भी नहीं पड़ रही है। पिछले कार्यकाल में कई योजनाएं आर्थिक सुधार से जुड़ी हुई थी, पीएम फसल बीमा योजना, फिशरी डिपार्टमेंट बनाना, पीएम किसान योजना जैसे सुधार कृषि क्षेत्रों के लिए किए गए हैं।

"50,000 करोड़ रुपए का इक्विटी इन्फ्यूजन"

वित्त मंत्री ने कहा, आकार और क्षमता को बढ़ाने की सुविधाएं नहीं मिल पाती थीं तो उसके लिए फंड्स ऑफ फंड्स का प्रावधान किया गया है। इसके माध्यम से 50,000 करोड़ रुपए का इक्विटी इन्फ्यूज़न होगा। 

MSME वर्गीकरण की नई परिभाषा
लघु और कुटीर उद्योगों को मैनुफ़ैक्चरिंग और सर्विस MSME क्षेत्र के रूप में विभाजित किया गया है। माइक्रो यूनिट मे निवेश 1 करोड़ से ज्यादा और टर्न ओवर 5 करोड़ रुपए, स्मॉल या लघु यूनिट निवेश के लिए 10 करोड़ और टर्न ओवर 50 करोड़, मध्यम युनिट के लिए इनवेंस्टमेंट 20 करोड़ से ज्यादा और टर्नओवर 100 करोड़ रुपए होना चाहिए।

कई वर्गों से बातचीत कर तैयार किया गया है विशेष पैकेज
समाज के कई वर्गों से बातचीत कर पैकेज तैयार किया गया। निर्मला सीतारमण ने बताया कि पैकेज के जरिए ग्रोथ को बढ़ाना है। भारत को आत्मनिर्भर बनाना है। इसलिए इसे आत्मनिर्भर भारत अभियान कहा जा रहा है।

मोदी ने किया था 4 L का जिक्र
मोदी ने अपनी स्पीच में चार एल यानी लैंड, लेबर, लॉ और लिक्विडिटी पर फोकस किया था। पैकेज में भी इन्हीं का जिक्र किया गया।