सार

भारत और पाकिस्तान ने हाल ही में विवाद को सुलझाने और शांति बहाल करने की दिशा में कुछ कदम उठाए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों देश आने वाले समय में बातचीत के लिए कुछ और पहल भी कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि भारतीय सेना आने वाले समय में पाकिस्तान में अभ्यास के लिए जा सकती है।

नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान ने हाल ही में विवाद को सुलझाने और शांति बहाल करने की दिशा में कुछ कदम उठाए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों देश आने वाले समय में बातचीत के लिए कुछ और पहल भी कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि भारतीय सेना आने वाले समय में पाकिस्तान में अभ्यास के लिए जा सकती है।

लेकिन अब इन कयासों पर भारतीय सेना ने जवाब दिया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारतीय सेना ने कहा कि  शंघाई सहयोग संगठन के तहत होने वाले युद्धाभ्यास में शामिल होने का अभी उन्हें कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। 

सितंबर अक्टूबर में होना है अभ्यास
भारतीय सेना के सूत्रों ने एएनआई को बताया कि अभी एससीओ के अभ्यास में शामिल होने का कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। 

दरअसल, शंघाई सहयोग संगठन के तहत पाकिस्तान के पब्बी इलाके में आतंकवाद रोकने वाला युद्धाभ्यास होना है। कयास लगाए जा रहे हैं कि शंघाई संगठन के अन्य देशों की तरह भारतीय सेना भी युद्धाभ्यास के लिए जाएगी। यह अभ्यास सितंबर से अक्टूबर में होना है। यहां तक की पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, पाकिस्तान ने  अभी तक तय नहीं किया है कि भारत को निमंत्रण भेजा जाए या नहीं। 

पिछले साल भी भारत ने नहीं लिया था हिस्सा
पिछले साल भी भारत, चीन और पाकिस्तान की सेना के बीच युद्धाभ्यास होना था। लेकिन भारत ने एससीओ के अभ्यास में अपनी सेना नहीं भेजी थी। इसके बाद पाकिस्तान और चीन के बीच युद्धाभ्यास हुआ था। 

भारत और पाकिस्तान के बीच हुई एक और वार्ता
हाल ही में सीजफायर उल्लंघन को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच DGMO स्तर की बातचीत हुई थी। इसके बाद से दोनों देशों के बीच मार्च में फायरिंग नहीं हुई है। वहीं, इसी बीच शुक्रवार को दोनों देशों के बीच पुंछ-रावलकोट क्रॉसिंग पॉइंट पर ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग हुई। ताकि क्रियाविधि के अमल पर चर्चा हो सके।