सार
देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का प्रोग्राम शुरू होना है। भारत सरकार ने ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी दी है। दोनों वैक्सीन को राज्यों तक पहुंचाया जाने भी लगा है। लेकिन देश में चार वैक्सीन और हैं, जिन पर काम चल रहा है, आईए जानते हैं कि कौन सी वे वैक्सीन हैं, और क्या अपडेट है...
नई दिल्ली. देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का प्रोग्राम शुरू होना है। भारत सरकार ने ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी दी है। दोनों वैक्सीन को राज्यों तक पहुंचाया जाने भी लगा है। लेकिन देश में चार वैक्सीन और हैं, जिन पर काम चल रहा है, आईए जानते हैं कि कौन सी वे वैक्सीन हैं, और क्या अपडेट है...
ये चार कौन सी वैक्सीन हैं
वैक्सीन | कहां बन रही |
जायडस कैडिला | अहमदाबाद |
बायोलॉजिकल ई | हैदराबाद (अमेरिकी कंपनी की मदद से) |
स्पुतनिक वी | रूस |
जेनोवा | पुणे |
वैक्सीन पर क्या है अपडेट ?
जायडस कैडिला: इस वैक्सीन को अहमदाबाद की कंपनी Zydus बना रही है। इस वैक्सीन का दूसरा ट्रायल दिसंबर 2020 में पूरा हो गया है। वहीं कंपनी 30 हजार वॉलंटियर्स पर तीसरा ट्रायल करेगी।
बायोलॉजिकल ई: हैदराबाद की कंपनी Biological E इस वैक्सीन पर काम कर रही है। इसमें अमेरिकी कंपनी भी साथ में काम कर रही है। इस वैक्सीन का पहला ट्रायल दिसंबर में शुरू हुआ था। मार्च में इसका दूसरा ट्रायल होगा।
जेनोवा: इस वैक्सीन को Gennova Biopharmaceuticals Limited बना रही है। इसे भी भारत बायोटेक की वैक्सीन की तरह 2 से 8 डिग्री के बीच स्टोर किया जा सकता है। कंपनी को पहले फेज के ट्रायल की इजाजत मिल गई है, जबकि दूसरा ट्रायल भी मार्च में शुरू होगा।
स्पुतनिक वी: यह दुनिया की पहली वैक्सीन है। रूस का दावा है कि स्पुतनिक वी वैक्सीन 90% से ज्यादा प्रभावी है। अभी इस वैक्सीन के दो ट्रायल भारत में पूरे हो गए हैं। वहीं तीसरा ट्रायल चल रहा है। रूस की कंपनी ने इसे बनाने के लिए भारत की कंपनी से समझौता किया है।