सार
कोरोना के संकट के बीच भारत पर चक्रवाती तूफान 'अम्फान' का संकट भी मंडराने लगा है। चक्रवात तूफान बुधवार को 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट से टकराएगा। गृह मंत्रालय के मुताबिक, यह तूफान सोमवार शाम तक विकारल साबित हो सकता है।
नई दिल्ली. कोरोना के संकट के बीच भारत पर चक्रवाती तूफान 'अम्फान' का संकट भी मंडराने लगा है। चक्रवात तूफान बुधवार को 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट से टकराएगा। गृह मंत्रालय के मुताबिक, यह तूफान सोमवार शाम तक विकारल साबित हो सकता है। मंत्रालय ने बंगाल और ओडिशा सरकार को एडवाइजरी जारी की है। इसके मुताबिक, अम्फान दक्षिणी बंगाल की खाड़ी के मध्य और मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर मौजूद है।
एडवाइजरी के मुताबिक, तूफान पिछले कुछ घंटों से 13 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ रहा है। अफसरों के मुताबिक, तूफान सोमवार शाम तक प्रचंड रूप ले सकता है।
पीएम ने बुलाई बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम 4 बजे चक्रवात तूफान को लेकर बैठक बुलाई। इसमें गृह मंत्रालय और NDMA के साथ 'अम्फान' की तैयारियों का जायजा लिया। पीएम मोदी ने बताया, एनडीआरएफ की 25 टीमें तैनात की गई हैं। 12 टीमें स्टेंड बाई मोड पर हैं।
20 मई को टकराएगा तूफान
मौसम विभाग के अफसरों के मुताबिक, यह उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के पास उत्तर-उत्तर पूर्वी दिशा की तरफ बढ़ेगा और 20 मई को दोपहर या शाम के दौरान प्रचंड तूफान के रूप में बांग्लादेश में हटिया द्वीप और प. बंगाल के दीघा के बीच पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट के बीच से गुजरेगा। इस दौरान 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी जो कभी भी 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती हैं।
ये राज्य हो सकते हैं प्रभावित
माना जा रहा है कि तूफान का प्रभाव उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु पर सबसे ज्यादा पड़ सकता है। इन राज्यों में समुद्र तट के करीब रहने वाले करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है।
भारी बारिश के साथ ज्वारभाटा आने की आशंका
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने शनिवार को चक्रवात की तैयारियों का जायजा लिया। इसके अलावा तूफान से प्रभावित होने वाले प बंगाल और ओडिशा को तत्काल सहायता देने का निर्देश दिया गया। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में यह बैठक हुई थी। बताया जा रहा है कि प्रभावित क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश और ज्वारभाटा आने की आशंका है।