सार
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरूवार को किसानों से जुड़े बिलों को लेकर न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि ये कृषि बिल किसान हितैषी हैं और इससे उनकी आय में इससे इजाफा होगा। ये बिल किसानों को मंडियों के बाहर किसी भी स्थान से किसी भी स्थान पर अपनी मर्जी के भाव पर अपना उत्पाद बेचने की स्वतंत्रता देते है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी राजनीतिक पार्टियां अपने निजी स्वार्थ के लिए देश में किसानों के बीच झूठ फैलाने का काम कर रही हैं।
नई दिल्ली. किसानों से जुड़े बिलों को लेकर विपक्ष समेत देशभर के कई किसान संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra singh tomar) ने गुरूवार को न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि ये कृषि बिल किसान हितैषी हैं और इससे उनकी आय में इससे इजाफा होगा। यह बिल किसानों को मंडियों के बाहर किसी भी स्थान से किसी भी स्थान पर अपनी मर्जी के भाव पर अपना उत्पाद बेचने की स्वतंत्रता देते है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी राजनीतिक पार्टियां अपने निजी स्वार्थ के लिए देश में किसानों के बीच झूठ फैलाने का काम कर रही हैं।
मंत्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra modi) की प्राथमिकता में हमेशा से गांव, गरीब व किसान रहा है। साल 2014 में उनके कार्यभार संभालने के बाद से ही हमारी सरकार की प्रतिबद्धता किसानों के प्रति रही है। पीएम द्वारा लिया गया हर फैसला देश हित में होता है। किसान बिल 2020 भी इसी दिशा में किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लक्ष्य को पूरा करने वाला है। पीएम ने साल 2014 से ही किसानों को उनकी उपज की लागत का 50 प्रतिशत मुनाफा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में जोड़कर दिया है।
कृषि बिल से ही किसानों की उन्नति संभव
मंत्री तोमर ने कहा कि देश में किसानों के हित में एक के बाद एक कई कदम उठाए गए लेकिन इन सबके बावजूद जब तक कानूनों में बदलाव नहीं होता तब तक किसान के बारे में हम जो उन्नति का सोच रहे थे वो संभव नहीं थी इसलिए भारत सरकार ने दो बिल तैयार किेए थे जिनको अब संसद से पास करा दिया गया है। इनमें कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, 2020 और दूसरा कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक, 2020 हैं जो निश्चित रूप से देश के किसानों को ही फायदा पहुंचाने वाले हैं।
कांग्रेस का नेतृत्व बौना हो गया है
संसद में इस बिल का विरोध कर रही मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर सवाल पूछे जाने पर मंत्री तोमर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन बिलों पर देश के किसानों के बीच भ्रम फैलाना चाहती हैं। कांग्रेस का कोई भी नेता चाहे वो केंद्र का हो या राज्य का हो उसे पहले ये बताना चाहिए कि उन्होंने जो घोषणा अपने घोषणापत्र में की थी अब हम उससे पलट रहे हैं तो मैं उनका आर्ग्युमेंट सुनने को तैयार हूं । कांग्रेस का नेतृत्व बौना हो गया है। कांग्रेस में जो अच्छे लोग हैं उनकी पहचान अब समाप्त हो गई है। जिन लोगों के हाथ में नेतृत्व है उनकी देश में कोई हैसियत बची ही नहीं है इसलिए मैं किसानों से कहना चाहता हूं कि इन बिलों को एक बार कार्यान्वित होने दीजिए । निश्चित रूप से किसानों के जीवन में इन बिलों के माध्यम से क्रांतिकारी बदलाव आएगा।
दुष्प्रचार कर रही है कांग्रेस
तोमर ने कहा कि कांग्रेस एमएसपी और धान-गेहूं इत्यादि की खरीद को लेकर किसानों और देश के बीच दुष्प्रचार कर रही है। मैं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से पूछना चाहता हूं कि आपने चुनाव के समय अपने घोषणापत्र में क्यों कहा था कि आप APMC एक्ट को बदल देंगे, टैक्स को खत्म कर देंगे और अंतरराज्यीय व्यापार को बढ़ावा देंगे। कांग्रेस ने साल 2019 में अपने राष्ट्रीय घोषणापत्र में भी ये घोषणा की थी और पंजाब राज्य के घोषणापत्र में भी उन्होंने यही बात कही थी फिर आज वह किसानों को भ्रमित क्यों कर रही है। हमारी सरकार किसानों को एमएसपी के माध्यम से उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकारी खरीद भी पहले की तरह जारी रहेगी। अब किसान अपनी फसल, देश के किसी भी बाजार में, मनचाही कीमत पर बेच सकेगा।