सार
कोरोना संक्रमण ने देश में युद्ध जैसे हालात बना दिए हैं, लेकिन इसे हराने सारा देश पूरी ताकत झोंक रहा है। भारत को इस संकट से निकालने सिर्फ केंद्र और राज्य सरकारें ही नहीं, देश की तीनों सेनाएं, रेलवे भी लगातार मदद कर रही हैं। भारत के इस संघर्ष में दूसरे देश भी कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर रहे हैं। वहीं, स्थानीयस्तर पर औद्योगिक घराने और स्वयंसेवी संगठन भी जी-जान से जुटे हुए हैं। आइए जानते हैं महामारी के खिलाफ चल रहे इस महाअभियान में कौन-क्या मदद कर रहा है...
नई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण के खिलाफ युद्धस्तर पर काम चल रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर से बिगड़ी स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी पर लाने लगातार कोशिशें की जा रही हैं। इसका परिणाम दिखाई देने लगा है। अस्पतालों में व्यवस्थाएं धीरे-धीरे ठीक होती जा रही हैं। भारत के इस संघर्ष में दूसरे देश भी कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर रहे हैं। वहीं, स्थानीयस्तर पर औद्योगिक घराने और स्वयंसेवी संगठन भी जी-जान से जुटे हुए हैं। बता दें कि यह एक हफ्ते के अंदर तीसरा दिन है, जब 4 लाख से ऊपर केस मिले हैं। पिछले 24 घंटे में 4.14 लाख नए केस मिले हैं। 5 मई को भी 4.12 लाख केस मिले थे। इससे पहले 30 अप्रैल को 4 लाख से अधिक केस मिले थे।
जानते हैं ताजा अपडेट कि देश-दुनिया से क्या-क्या मदद मिल रही है...
मशहूर शेफ ने भेजी मदद: दुनिया के ख्यात मास्टर शेफ विकास खन्ना ने अमेरिका से भारत को करीब 10000 आक्सीजन कंसंट्रेटर और 50000 फायर सेफ पीपीई किट्स भेजी हैं। इन पर उन्होंने करीब 4 करोड़ रुपए खर्च किए। बता दें कि विकास अमेरिका में रहते हैं। विकास ने ट्वीट करके कहा कि मातृभूमि में जो रहा है, उसे देखकर वे दुखी हैं।
दिल्ली: ITBP के आईजी आनंद स्वरूप ने छत्तरपुर में 500 बेड के सरदार पटेल कोविड सेंटर का निरीक्षण किया।
संयुक्त राष्ट्र: कोरोना से निपटने संयुक्त राष्ट्र(United Nations agencies) की कई एजेंसियों ने भारत को 10000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 10 मिलियन मेडिकल मॉस्क दिए हैं।
दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ऑक्सीजन प्लांट का जायजा लेने के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे।उन्होंने कहा, " यहां 6 दिन के समय में यह PSA प्लांट DRDO की मदद से लगाया गया। इस प्लांट की मदद से करीब 2.4-2.5 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है।"
दिल्ली: लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. एनएन माथुर ने कहा-हमारे पास सुचेता कृपलानी और कलावती सरन अस्पताल हैं। रूस, अबू धाबी, अमेरिका, फ्रांस, आयरलैंड, रोमानिया, यूनाइटेड किंगडम से हमारे पास मेडिकल उपकरण आए हैं। हमारे पास ऑक्सीजन सिलेंडर भी आए हैं। इससे हमें राहत मिली है।
स्विटजरलैंड: शुक्रवार सुबह स्विटजरलैंड से 13 टन से अधिक मेडिकल आपूर्ति वाला एक मालवाहक विमान नई दिल्ली पहुंचा। स्विट्जरलैंड से यह सामग्री भारतीय रेड क्रॉस के जरिये वितरित होगी। स्विटजरलैंड एम्बेंसी के मुताबिक, स्विस ह्यूमैनिटेरियन एड(Swiss Humanitarian Aid) ने भारतीय अस्पतालों की व्यवस्थाओं में सुधार लाने करीब 3.3 अमेरिकी डॉलर की मदद से सैकड़ों ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, 50 श्वांस यंत्र (respirators) भेजे हैं।
पोलैंड: यहां से 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खेप भारत पहुंची। इसके लिए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पोलैंड का धन्यवाद कहा।
नीदरलैंड: यहां से 449 वेंटिलेटर्स और 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स लेकर एक विमान शुक्रवार सुबह भारत पहुंचा।
जम्मू और कश्मीर: राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज में कल 1000 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्लांट लगाया गया है।
बिहार- मंत्री सम्राट चौधरी ने बताया-प्रत्येक जिला परिषद को निर्देशित किया गया है कि अनुमंडल अस्पताल, ब्लॉक अस्पताल और सदर अस्पताल में हम बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराएंगे, हमारे पास पर्याप्त राशि उपलब्ध है।
बिहार: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा-वर्तमान में प्रदेश में ऑक्सीजन की जितनी आवश्यकता है उससे ज्यादा कोटा केंद्र द्वारा बिहार को दिया गया है। कहीं ऑक्सीजन की कमी नहीं है। जहां ऑक्सीजन की जरूरत है, वहां ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है।
उत्तर प्रदेश: कानपुर के राणी सती दादी मंदिर संस्थान द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के लिए नि:शुल्क खाना उपलब्ध कराया जा रहा है। श्रीनाथ जालान ने बताया, "कोरोना महामारी में होम आइसोलेशन में जो कोविड मरीज हैं, उनके और उनके परिवार के सदस्यों के लिए हम खाना भेज रहे हैं।"
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