सार
नई दिल्ली. पीएम मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से देश के सैनिकों का भी जोश बढ़ाया और देश के दुश्मनों को फिर से चेताया। उन्होंने कहा, नियंत्रण रेखा से लेकर एलएसी तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है, देश ने और देश की सेना ने उसका उसी भाषा में जवाब दिया है।
नई दिल्ली. पीएम मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से देश के सैनिकों का भी जोश बढ़ाया और देश के दुश्मनों को फिर से चेताया। उन्होंने कहा, नियंत्रण रेखा से लेकर एलएसी तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है, देश ने और देश की सेना ने उसका उसी भाषा में जवाब दिया है।
पीएम मोदी ने लद्दाख की याद दिलाई
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है। इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है, ये लद्दाख में दुनिया ने देखा है।
जान लें लद्दाख में क्या हुआ था?
पीएम मोदी ने लद्दाख की जिस घटना का जिक्र किया वह 15 जून की रात की है। तब भारत और चीन के बीच एलएसी पर तनाव अपने चरम पर था। 15 जून की रात को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुई हिंसक झड़प हुई। चीन ने धोखे से भारतीय सैनिकों पर हमला किया। भारतीय सैनिकों ने निहत्थे चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए, लेकिन उन्होंने चीन के 35 सैनिकों को भी जिंदा नहीं छोड़ा। भारतीय अफसरों ने अमेरिकी इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के हवाले से यह जानकारी दी थी।
भारत जो ठानता है वह करके मानता है- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत अगली साल आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करेगा। ऐसे में अब भारत का आत्मनिर्भर भारत बनना जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा, भारत जो ठान लेता है, वह करके मानता है। मुझे ये पूरा विश्वास है।