सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए ब्राजील रवाना हो गए। इससे पहले उन्होंने केंद्रीय कैबिनेट की बैठक की। जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थितियों को लेकर चर्चा की गई। ब्रिक्स सम्मेलन में मोदी पांच देशों के साथ विभिन्न स्थितियों को लेकर चर्चो करेंगे। 

नई दिल्ली. ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को ब्राजील रवाना हो गए। इससे पहले उन्होंने कहा कि दुनिया की पांच प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच डिजिटल अर्थव्यवस्था, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, आतंकवाद विरोधी तंत्र को लेकर सहयोग सहित प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत बनाने पर केंद्रित होगा । इस दौरान प्रधानमंत्री  ब्रिक्स नेताओं के साथ विविध विषयों पर व्यापक सहयोग के संबंध में चर्चा करेंगे एवं ब्रिक्स बिजनेस फोरम को भी संबोधित करेंगे ।  ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 13-14 नवम्बर को ब्राजील में आयोजित हो रहा है जिसकी थीम ‘‘नवोन्मेषी भविष्य के लिए आर्थिक वृद्धि’’ है।

ट्वीट कर दी जानकारी 

मोदी ने ब्राजील रवाना होने से पहले ट्वीट किया ‘‘मैं 13-14 नवम्बर को ब्राजील में आयोजित हो रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लूंगा । इस शिखर सम्मेलन की थीम ‘नवोन्मेषी भविष्य के लिए आर्थिक वृद्धि’ है । मैं ब्रिक्स नेताओं के साथ विविध विषयों पर व्यापक सहयोग के संबंध में चर्चा को लेकर आशान्वित हूं ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर, मैं ब्रिक्स बिजनेस फोरम को संबोधित करूंगा और ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल एवं न्यू डेवेलपमेंट बैंक से संवाद करूंगा । इसमें आर्थिक संबंधों और ब्रिक्स देशों के साथ सहयोग को बेहतर बनाने पर जोर होगा । ’’ मोदी ने कहा, ‘‘ ब्राजील की इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के साथ भारत..ब्राजील सामरिक संबंधों को और गहरा बनाने के बारे में चर्चा करने का मौका मिलेगा । कारोबार, रक्षा, कृषि और ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की काफी क्षमता है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन दुनिया की पांच प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच डिजिटल अर्थव्यवस्था, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, आतंकवाद विरोधी तंत्र को लेकर सहयोग सहित प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत बनाने पर केंद्रित होगा ।

छठी बार सम्मेलन में हो रहे शामिल 

ब्राजील के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक के बारे में उन्होंने कहा कि ब्राजील और भारत के बीच करीबी और आगे बढ़ने वाले द्विपक्षीय रिश्ते हैं जो रक्षा, कारोबार, अंतरिक्ष, ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में हैं । उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच बहुपक्षीय मंचों पर करीबी सहयोग हमारे सामरिक संबंधों के महत्वपूर्ण आयाम हैं । मोदी ने कहा, ‘‘ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन अन्य ब्रिक्स देशों के साथ उपयोगी द्विपक्षीय चर्चा करने का अवसर प्रदान करता है । ’’ प्रधानमंत्री कार्यालय से सोमवार को जारी बयान में बताया गया है कि मोदी छठी बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं। पहली बार उन्होंने 2014 में ब्राजील के फोर्टलीजा में शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था। दौरे में भारत से उद्योगपतियों का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद रह सकता है। यह प्रतिनिधिमंडल ब्रिक्स बिजनेस फोरम में विशेष रूप से शिरकत करेगा जहां सभी पांच देशों का कारोबारी समुदाय मौजूद रहेगा।

 

यह है मोदी का कार्यक्रम 

प्रधानमंत्री रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से भी अलग से मुलाकात करेंगे। वह ब्रिक्स बिजनेस फोरम के समापन समारोह में भी हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल के ब्रिक्स नेताओं के साथ बैठक में भी हिस्सा लेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस दौरान कारोबार और निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों के बीच एमओयू पर भी हस्ताक्षर होने की संभावना है । ब्रिक्स पांच उभरती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों -- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का समूह है।

ब्राजिल जाने से पहले की कैबिनेट बैठक

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने से पहले महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई गई। जिसमें महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करने की सिफारिश की। राज्य में पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव के बाद कोई भी दल सरकार नहीं बना पाया। जानकारी के मुताबिक केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई और प्रदेश में केंद्रीय शासन लगाने का राष्ट्रपति से अनुरोध करने का निर्णय किया उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजील रवाना हो गए ।