सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) अपनी तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा पर रवाना हो गए। इससे पहले मोदी 2019 में अमेरिका गए थे। इस बार की यात्रा पर चीन और पाकिस्तान की नजरें टिकी हुई हैं।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) क्वाड सम्मेलन (Quad Summit) में शामिल होने आज अमेरिका रवाना हो गए। अपनी इस तीन दिवसीय यात्रा के दौरान मोदी अफगानिस्तान सहित भारत-अमेरिका संबंधों पर भी चर्चा करेंगे। मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद आतंकवाद एक बड़ा मुद्दा हो चुका है। चीन और पाकिस्तान दोनों तालिबान की सरकार को खुलकर समर्थन कर रहे हैं। मोदी के इस दौरे पर चीन और पाकिस्तान की नजर टिकी हुई हैं। इससे पहले मोदी 2019 में अमेरिका गए थे।
अमेरिकी दौरे से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने tweet किया। इसमें लिखा-मैं JoeBiden से अपनी बातचीत जारी रखने और आपसी हित के क्षेत्रों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए यूएसए का दौरा कर रहा हूं। मैं VC कमला हैरिस(KamalaHarris) से वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने और सहयोग के लिए उनके विचार जानने के लिए मिलने के लिए भी बेताब हूं।
कोविड शिखर सम्मेलन में भी होंगे शामिल
विदेश सचिव(foreign Secretary) हर्षवर्धन श्रृंगला ने बयान जारी करके बताया कि प्रधानमंत्री के साथ विदेश मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार(NSA) अजित डोभाल सहित एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी है। मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा आयोजित कोविड-19 वैश्विक शिखर सम्मेलन (Covid-19 Summit) में भाग लेंगे। 24 सितंबर को द्विपक्षीय बैठक में मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन भारत-अमेरिका संबंधों की समीक्षा करेंगे। दोनों नेता व्यापार और निवेश संबंधों, रक्षा और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने, स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी को बढ़ावा देने के बारे में चर्चा कर सकते हैं।
आतंकवाद हो सकता है अहम मुद्दा
मोदी और बाइडेन की बातचीत के दौरा अफगानिस्तान का मुद्दा भी अहम हो सकता है। दोनों नेता वर्तमान क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर भी चर्चा करेंगे। दोनों देश कट्टरपंथ, उग्रवाद और सीमा पार आतंकवाद सहित आतंकी नेटवर्क को जमींदोज करने पर भी किसी रणनीति पर चर्चा कर सकते हैं।
यह है प्रधानमंत्री मोदी का कार्यक्रम
- प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका में बिज़नेस मीटिंग्स भी करेंगे
- मोदी अमेरिकी CEO के साथ बैठक करेंगे
- 24 सितंबर को मोदी क्वाड बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक में जापान और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे
- प्रधानमंत्री मोदी 24 सितंबर की शाम वाशिंगटन से न्यूयॉर्क जाएंगे
- 25 सितंबर को मोदी UN महासभा को संबोधित करेंगे
- मोदी जापान और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे
प्रधानमंत्री का अमेरिकी दौरा
- 22 सितंबर-अमेरिका के लिए रवाना
- 23 सितंबर-अमेरिका पहुंचेंगे
- 23 सितंबर-ऑस्ट्रेलिया, जापान के PM से मुलाकात
- 24 सितंबर-पीएम मोदी और बाइ़डन की मुलाकात
- 24 सितंबर-क्वाड बैठक में हिस्सा लेंगे मोदी
- 25 सितंबर-UNGA में मोदी का संबोधन
- 26 सितंबर-स्वदेश लौटेंगे मोदी
US विजिट पर जाने से पहले PM का स्टेटमेंट
मैं संयुक्त राज्य अमेरिका(US) के महामहिम राष्ट्रपति जो बाइडेन के निमंत्रण पर 22-25 सितंबर, 2021 तक US का दौरा करूंगा।
अपनी यात्रा के दौरान मैं भारत-यूएस राष्ट्रपति बिडेन के साथ व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और पारस्परिक हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करूंगा। मैं दोनों देशों के बीच विशेष रूप से विज्ञान और प्रौद्योगिकी (science and technology) के क्षेत्र में सहयोग के अवसरों का पता लगाने के लिए उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से मिलने के लिए भी उत्सुक हूं।
मैं राष्ट्रपति बिडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधान मंत्री योशीहिदे सुगा के साथ पहले व्यक्तिगत रूप से क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन (Quad Leaders Summit) में भाग लूंगा।
मैं ऑस्ट्रेलिया के प्रधान मंत्री मॉरिसन और जापान के प्रधान मंत्री सुगा से उनके संबंधित देशों के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का जायजा लेने और क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर हमारे उपयोगी मुद्दों पर भी बातचीत के लिए मिलूंगा।
मैं संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) में एक संबोधन के साथ अपनी यात्रा का समापन करूंगा। इसमें कोविड -19 महामारी, आतंकवाद से निपटने की आवश्यकता, जलवायु परिवर्तन और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों सहित वैश्विक चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
अमेरिका की मेरी यात्रा संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने, हमारे रणनीतिक भागीदारों जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ संबंधों को मजबूत करने और महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर हमारे सहयोग को आगे बढ़ाने का एक अवसर होगा।