सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार दिल्ली के सीएम बने अरविंद केजरीवाल को सार्थक कार्यकाल के लिए बधाई दी। जिसके बाद सीएम केजरीवाल ने प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए कहा, मेरी इच्छा थी कि आप आते। गौरतलब है कि पीएम मोदी तय कार्यक्रम के अनुसार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर थे।
नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को लगातार तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली। इस मौके पर उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी न्यौता भेजा था। लेकिन वाराणसी दौरे के कारण पीएम मोदी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। जिसके बाद उन्होंने ट्वीट कर केजरीवाल को बधाई दी। जिसके फौरन बाद अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट का रिप्लाई किया और बधाई के लिए धन्यवाद दिया।
पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने की बधाई देता हूं। सार्थक कार्यकाल के लिए मेरी तरफ से शुभकामनाएं।’’
केजरीवाल की प्रतिक्रिया
पीएम मोदी के बधाई संदेश के बाद अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद सर, मेरी इच्छा थी कि आप आज आते, लेकिन मैं आपकी व्यस्तता समझ सकता हूं। सभी भारतीय गर्व कर सकें, ऐसी दिल्ली बनाने के लिए हमें साथ मिलकर काम करना चाहिए।’’
सातों सांसदों और 8 विधायकों को भी न्यौता
शपथ ग्रहण समारोह में केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया था, हालांकि प्रधानमंत्री का बनारस में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होने के कारण वह उपस्थित नहीं हो सके। उनके अलावा दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों के भाजपा सांसदों और आठ विधायकों को भी शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया था।
केजरीवाल की शपथ, दिल्ली को आगे बढ़ाऊंगा
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के ठीक बाद अरविंद केजरीवाल ने रामलीला मैदान में अपने संबोधन में कहा कि मैं दिल्ली को आगे बढ़ाने और इसे दुनिया का सबसे अच्छा शहर बनाने के लिये प्रधानमंत्री का भी आशीर्वाद चाहता हूं। गौरतलब है कि केजरीवाल सरकार के पिछले दो कार्यकाल में केन्द्र सरकार के साथ विभिन्न मुद्दों पर टकराव का मामला उच्चतम न्यायालय तक पहुंच चुका है।
आप को मिली बंपर जीत
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में आप को बंपर जीत मिली। आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर अपने जीत का परचम लहराया। जबकि बीजेपी महज 8 सीटों पर ही सिमट गई। हालांकि 2015 के विधानसभा चुनाव में भी केजरीवाल की पार्टी ने जबरदस्त जीत हासिल की थी। केजरीवाल की पार्टी को 70 में से 67 सीटों पर जीत मिली थी।