सार
दोनों देशों के राष्ट्र प्रमुखों ने टेलीफोनिक बातचीत में द्वपक्षीय हितों को लेकर चर्चा की और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए आश्वस्त किया। साथ ही व्यापार, प्रौद्योगिकी, निवेश, रक्षा और सुरक्षा में सहयोग को और गहरा करने की क्षमता पर सहमति व्यक्त की।
नई दिल्ली। पीएम मोदी (PM Modi) और यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (UK Prime Minister Boris Johnson) ने मंगलवार की देर रात में टेलीफोनिक वार्ता की है। फोन कॉल पर दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की हुई बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने बोरिस जॉनसन को भारत आने का भी न्योता दिया है। इसके पहले दोनों देशों के राष्ट्र प्रमुखों ने यूक्रेन मुद्दे पर विस्तृत बातचीत की है और मानवीय सहायता के लिए हर संभव मदद का भी आश्वासन दिया है।
पीएम मोदी ने यूक्रेन मुद्दे पर पुराने संकल्प दोहराए
प्रधान मंत्री मोदी ने शत्रुता को समाप्त करने और बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए कूटनीति के रास्ते पर लौटने के लिए भारत की लगातार अपील को दोहराया। उन्होंने समकालीन विश्व व्यवस्था के आधार के रूप में अंतरराष्ट्रीय कानून और सभी राज्यों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के संबंध में भारत के विश्वास पर जोर दिया। पीएम मोदी ने यूक्रेन में शांति स्थापना और युद्ध विराम के लिए दुनिया के अगुवा देशों से पहल करने की भी अपील की है। पीएम मोदी कुछ दिनों पूर्व ही रूस से भी बातचीत का मार्ग अपनाने की अपील कर चुके हैं।
इन मुद्दों पर भी दोनों नेताओं ने बातचीत की...
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय हितों के मुद्दों पर भी चर्चा की है। दोनों देशों के बीच व्यापार, प्रौद्योगिकी, निवेश, रक्षा और सुरक्षा के अलावा लोगों से लोगों के संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने की क्षमता पर सहमति व्यक्त की। प्रधानमंत्री मोदी ने द्विपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते पर चल रही वार्ता में सकारात्मक गति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने पिछले साल दोनों नेताओं के बीच वर्चुअल समिट के दौरान अपनाए गए 'इंडिया-यूके रोडमैप 2030' को लागू करने में हुई प्रगति की भी सराहना की है।
प्रधान मंत्री ने आपसी सुविधा के अनुसार, जल्द से जल्द भारत में पीएम जॉनसन का स्वागत करने की अपनी इच्छा व्यक्त की।
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