सार

वायनाड में हुए भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। चार गांव अस्तित्व विहीन हो चुके हैं। हजारों लोग बेघर हो चुके हैं। तीनों सेनाओं के जवान, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू में लगी हुई हैं।

Wayanad Landslide: वायनाड में आए भूस्खलन ने भारी तबाही मचायी है। इस तबाही में सैकड़ों लोगों की जान चली गई है। सेना की मदद से रेस्क्यू और रिलीफ ऑपरेशन चलाया जा रहा है। भूस्खलन के बाद वहां चलाए जा रहे राहत और पुनर्वास कार्यों की समीक्षा करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को पहुंचेंगे। वह भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वे भी करेंगे। भूस्खलन वाले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से फोन पर हालात की जानकारी ली थी।

क्या है प्रधानमंत्री मोदी का वायनाड विजिट का प्रोग्राम?

पीएम नरेंद्र मोदी केरल के वायनाड में भूस्खलन बाद चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे। वह शनिवार की सुबह करीब 11 बजे कन्नौर पहुंचेंगे। वहां से वह हेलीकॉप्टर से वायनाड में भूस्खलन प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। पीएम मोदी को रेस्क्यू टीमों द्वारा किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी जाएगी। वह रेस्क्यू कार्यों को भी देखेंगे। अधिकारियों-रेस्क्यू टीमों से मुलाकात के बाद वह रिलीफ कैंप्स और अस्पताल जाएंगे। यहां पीड़ितों से मुलाकात कर उनसे जानकारी लेंगे। इसके बाद पीएम एक रिव्यू मीटिंग करेंगे।

राहुल गांधी भी पहुंचे थे वायनाड

भूस्खलन के दो दिनों बाद राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी और महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ वायनाड का दौरा किए थे। वह भूस्खलन स्थल भी देखने गए थे। इसके बाद वह इस तबाही के शिकार बने लोगों के परिजन और रिलीफ कैंपों में रह रहे पीड़ितों से भी मुलाकात कर उनका हालचाल जाना था।

30 जुलाई को मची थी तबाही

दरअसल, मंगलवार 30 जुलाई की सुबह वायनाड के मेप्पाडी के पहाड़ी इलाका में तीन घंटे के भीतर चार बड़े भूस्खलन ने हर ओर तबाही मचा दी थी। भूस्खलन से सबसे अधिक तबाही मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में हुई है। इस आपदा में 300 से अधिक मौतें हुई हैं। यहां सेना और अन्य रेस्क्यू टीमें लगातार राहत कार्यों में जुटी हुई हैं।

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