सार

पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए भुवनेश्वर में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा, खिलाड़ी अपना ध्यान सिर्फ अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन पर लगाए। बाकी की चिंता देश कर रहा है। प्रयास ये है कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी बढ़े।  

उड़ीसा. पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए भुवनेश्वर में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का शुभारंभ किया। 22 फरवरी से लेकर एक मार्च तक चलने वाले इस महाकुंभ की शुरुआत करते हुए पीएम ने कहा, खिलाड़ी अपना ध्यान सिर्फ अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन पर लगाए। बाकी की चिंता देश कर रहा है। प्रयास ये है कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी बढ़े। हमारे युवा, हमारे खिलाड़ी हर प्रकार के करियर के लिए फिट रहें। इसके लिए राष्ट्रीय खेल यूनिवर्सिटी जैसे संस्थान बनाए जा रहे हैं। बता दें, देश के 150 से भी अधिक यूनिवर्सिटी के लगभग 3500 एथलीट इस आयोजन में भाग लेंगे।

"खेलों के भविष्य के लिए बड़ा कदम"

उन्होंने कहा, भारत के इतिहास में पहले इंडिया खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की शुरुआत आज से ही हो रही है। ये भारत में खेलों के भविष्य के लिए एक बहुत बड़ा कदम है। आज भारत दुनिया के उन देशों की लीग में शामिल हो गया है जहां इस स्तर पर यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन होता है। उड़ीसा की जनता, वहां की सरकार और देश भर से आए 3000 से अधिक युवा खिलाड़ियों को गेम्स के लिए बहुत-बहुत बधाई। 

"5 सालों में स्पोर्ट्स् प्रमोशन के लिए ईमानदार प्रयास"

पीएम मोदी ने कहा, बीते 5-6 सालों से भारत में स्पोर्ट्स के प्रमोशन और पार्टिसिपेशन के लिए ईमानदार प्रयास किए जा रहे हैं। टैलेंट की पहचान हो, ट्रेनिंग हो, या फिर चयन प्रक्रिया हो, हर तरफ ट्रांसपेरेंसी को प्रमोट किया जा रहा है।

"3500 से 6 हजार तक बढ़े खिलाड़ी"

पीएम मोदी ने कहा, इंडिया गेम्स की शुरुआत हुई थी, तब इसमें 3500 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। लेकिन महज 3 सालों में खिलाड़ियों की संख्या 6 हजार से अधिक हो गई है, यानि लगभग दोगुनी।