सार

पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (PMC) बैंक के एक और खाताधारक की दिल का दौरा पड़ने की वजह से मौत हो गई है। मृतक का नाम फट्टोमल पंजाबी था। परिजनों ने बताया कि उन्हें मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे दिल का दौरा पड़ा जब वह बैंक जाने के लिए अपने घर से निकले।  

मुंबई. पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (PMC) बैंक के एक और खाताधारक की दिल का दौरा पड़ने की वजह से मौत हो गई है। मृतक का नाम फट्टोमल पंजाबी था। परिजनों ने बताया कि उन्हें मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे दिल का दौरा पड़ा जब वह बैंक जाने के लिए अपने घर से निकले। पड़ोसियों ने कहा कि उन्हें पास के गोकुल अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 24 घंटे में यह दूसरी मौत है। इससे पहले ओशिवारा के तारापोरेवाला गार्डन में रहने वाले संजय गुलाटी की मौत हो गई थी।

मुलुंड कॉलोनी के ज्यादातर लोग परेशान
फट्टोमल पंजाबी, मुलुंड में हार्डवेयर और इलेक्ट्रिकल स्टोर चलाते थे और उन्होंने भी पीएमसी बैंक में पैसे जमा कराए हुए थे। स्थानीय लोगों के मुताबिक बैंक के बंद होने पर मुलुंड कॉलोनी के ज्यादातर लोग इस तरह के सदमे में हैं। 

वेंडरों के भुगतान के लिए था दवाब
- फट्टोमल पंजाबी का हार्डवेयर स्टोर है। पिछले कुछ हफ्तों से वह वेंडरों को भुगतान के संबंध में दबाव में थे। रिश्तेदारों ने कहा कि मुम्बई के जावर टॉकीज रोड के मुलुंड समशान में पंजाबी का अंतिम संस्कार होगा। 

दोनों मृतकों की याद में कैंडल मार्च

पीएमसी बैंक पीड़ित संजय गुलाटी और फट्टोमल पंजाबी की याद में मंगलवार शाम को कैंडल मार्च आयोजित करने की योजना बना रहे थे। आयोजकों ने कहा कि कैंडल मार्च में किसी भी राजनेता को शामिल नहीं किया जाएगा। अंधेरी ईस्ट पीएमसी बैंक पीड़ितों के समूह के सदस्यों ने कहा कि फट्टोमल पंजाबी नियमित रूप से बैंक की शाखा में जाते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके खाते में 8-10 लाख रुपए और एफडी रही होगी।

क्या है पीएमसी बैंक घोटाला
- पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक में लाखों लोगों की रकम फंसी हुई है। पीएमसी बैंक में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने के बाद केंद्रीय बैंक ने इस बैंक के ग्राहकों के लिए नकदी निकासी की सीमा तय करने के साथ ही बैंक पर कई तरह के अन्य प्रतिबंध लगा दिए हैं।
- पीएमसी 11,600 करोड़ रुपए से अधिक जमा के साथ देश के शीर्ष 10 सहकारी बैंकों में से एक है। लेकिन इसके बावजूद पीएमसी के जमाकर्ता अपने बैंक से धन नहीं निकाल पा रहे हैं क्योंकि बैंक की स्थिति को देखते हुए कई तरह के प्रतिबंध लगे हुए हैं। अभी पीएमसी के खाताधारक 25000 रुपए ही निकाल सकते हैं। इससे पहले ये लिमिट 1000 रुपये थी जिसे बढ़ाकर 10000 रुपये कर दिया गया। 
-बैंक के कंगाल होने के पीछे एचडीआईएल कंपनी है, जिसका हेड ऑफिस मुंबई में है। यह एक रियल स्टेट कंपनी है जो अभी दिवालिया होने की कगार पर है। पीएमसी के कुल लोन में से 73 फीसदी यानी की 6500 करोड़ रूपए अकेले इसी कंपनी पर लोन है।