सार
एक पोस्टमैन जो रोजाना 15 किमी. पैदल चलकर लोगों को चिट्ठियां बांटा करता था, जब उसकी कहानी लोगों को पता चली तो लोगों ने सोशल मीडिया पर खूब तारीफ की। पोस्टमैन की मेहनत से खुश होकर भाजपा के राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने 1 लाख रुपए भेजे। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, एक पब्लिक सरवेंट द्वारा 30 साल समर्पित करने के लिए सराहना के तौर पर मेरी तरफ से छोटा सा टोकन।
बेंगलुरु. एक पोस्टमैन जो रोजाना 15 किमी. पैदल चलकर लोगों को चिट्ठियां बांटा करता था, जब उसकी कहानी लोगों को पता चली तो लोगों ने सोशल मीडिया पर खूब तारीफ की। पोस्टमैन की मेहनत से खुश होकर भाजपा के राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने 1 लाख रुपए भेजे। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, एक पब्लिक सरवेंट द्वारा 30 साल समर्पित करने के लिए सराहना के तौर पर मेरी तरफ से छोटा सा टोकन। राजीव चंद्रशेखर द्वारा भेजी गई मदद मिलने के बाद डी सिवन ने कहा, वे इसे पाकर बहुत खुश हैं और आभारी हैं।
पोस्टमैन से दूसरे सीखेंगे
सांसद राजीव चंद्रशेखर ने डी सिवन को एक पत्र लिखा। उन्होंने लिखा, मुझे यकीन है कि आपके समर्पण और प्रतिबद्धता से सार्वजनिक सेवा की कई पीढ़ियों को सीखने को मिलेगा।
इसी हफ्ते रिटायर हुए डी सिवन
कुन्नूर के वन्नारपेट्टई के निवासी 65 साल के पोस्टमैन डी सिवन ने 1985 में डाक विभाग में नौकरी शुरू की। आईएएस सुप्रिया साहू ने डी. सिवन की कहानी को ट्विटर पर शेयर किया।
- उन्होंने लिखा, पोस्टमैन डी सिवन रोजाना 15 किलोमीटर चलकर कुनूर के घने जंगलों में हाथी, भालू जैसे जानवरों का सामना करते हुए लोगों तक उनके पत्र पहुंचाते थे। वो फिसलन भरे रास्तों, झरनों और सुरंगों को भी पार करते। 30 सालों से वह इसी तरह से काम कर रहे थे। हालांकि, बीते हफ्ते वो रिटायर हो गए।