सार

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने से इनकार कर दिया है। प्रशांत किशोर ने पिछले 15 दिनों में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ कई बैठकें की हैं और 2024 के आम चुनाव से पहले पार्टी में सुधार का प्रस्ताव दिया है। किशोर ने 2024 के आम चुनाव के लिए एक रोड मैप के साथ एक विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया था। 
 

नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस (Congress) के शीर्ष नेताओं के साथ कई दौर की बैठकों के बाद, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने से इनकार कर दिया है। प्रशांत किशोर ने पिछले 15 दिनों में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ कई बैठकें की हैं और 2024 के आम चुनाव से पहले पार्टी में सुधार का प्रस्ताव दिया है। किशोर ने 2024 के आम चुनाव के लिए एक रोड मैप के साथ एक विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया था। 
 

ट्वीट कर कहा- पार्टी को सामूहिक इच्छाशक्ति की जरूरत
मंगलवार के प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कांग्रेस में शामिल नहीं होने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा- मैंने ईएजी (एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप) के हिस्से के रूप में पार्टी में शामिल होने और चुनावों की जिम्मेदारी लेने के कांग्रेस के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने लिखा- मेरी राय में, पार्टी को परिवर्तनकारी सुधारों के माध्यम से गहरी जड़ें जमाने वाली संरचनात्मक समस्याओं को ठीक करने के लिए मुझसे अधिक नेतृत्व और सामूहिक इच्छाशक्ति की आवश्यकता है।


रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर दी जानकारी

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर बताया कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia gandhi)ने एक अधिकार प्राप्त कार्य समूह (Empowered Action Group ) 2024 का गठन किया और किशोर को जिम्मेदारी के साथ इस ग्रुप के हिस्से के रूप में पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया लेकिन उन्होंने मना कर दिया।

प्रशांत के कुछ सुझाव राहुल को अच्छे लगे
प्रशांत किशोर ने पार्टी को रिफॉर्म के लिए कई सुझावों का प्रेजेंटेशन दिया था। इनकी समीक्षा के लिए सोनिया गांधी ने कांग्रेस का पैनल बनाया था। इस पैनल ने प्रेजेंटेशन की समीक्षा के बाद अपनी रिपोर्ट दी, जिसके बाद प्रशांत किशोर का रिएक्शन आया। सूत्रों ने बताया कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेतृत्व को अपने प्रेजेंटेशन में सलाह दी थी कि कांग्रेस को उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा में अकेले लड़ना चाहिए, और उसे तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में गठबंधन बनाना चाहिए। इस पर राहुल गांधी सहमत हो गए थे। किशोर ने कहा था कि कांग्रेस को 2024 के आम चुनावों के लिए 370 लोकसभा क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए। 

गहलोत ने की तारीफ, कमलनाथ ने नहीं दिया भाव
इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रशांत किशोर की खुलकर तारीफ करते हुए कहा था कि वह एक 'ब्रांड' हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरपा मोइली ने कहा है कि किशोर के पार्टी में प्रवेश का विरोध करने वाले "सुधार विरोधी" हैं। हालांकि, पिछले दिनों मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा था कि 'पता नहीं, प्रशांत किशोर आएगा या नहीं'। लेकिन हम चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। 

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