सार

गुजरात से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को कोकराझार के एक मामले में जमानत मिलने के तुरंत बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। दलित नेता पर एक महिला कॉन्सटेबल से अश्लील हरकत और मारपीट करने का आरोप है। 

कोकराझार। गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी (Jignesh Mevani) पर एक महिला पुलिस कांस्टेबल (Molestation Charges by women cop) ने मारपीट और छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कांस्टेबल ने आरोप लगाया है कि मेवाणी ने उसके साथ गाली-गलौज की। सूत्रों ने बताया कि मेवाणी अश्लील इशारे भी किए और उसे कार की सीट पर धकेल दिया। इस मामले में 21 अप्रैल को बारपेटा रोड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। इसमें मेवाणी पर सार्वजनिक रूप से अश्लील कृत्य करना और टिप्पणी करना और किसी को स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के साथ ही आपराधिक बल का उपयोग करना और लोक सेवकों को अपने कर्तव्य के निर्वहन से रोकने का मामला दर्ज किया गया है।  

सोमवार को जमानत के तुरंत बाद अरेस्ट हुए
सोमवार को एक मामले में जमानत मिलते के बाद दलित नेता को दूसरे मामले में तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, पुलिस ने इस बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं दी है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके ट्वीट को लेकर असम भाजपा के एक नेता ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद मेवाणी को गुरुवार को गुजरात के पालनपुर से गिरफ्तार किया गया था। 41 वर्षीय मेवाणी ने कहा था कि यह पीएमओ (PMO) द्वारा प्रतिशोध की राजनीति थी। उन्होंने कहा कि यह भाजपा और उसके वैचारिक संरक्षक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा एक साजिश थी।

 उन्होंने रोहित से लेकर चंद्रशेखर आजाद तक को बनाया निशाना 
मेवाणी ने कहा- उन्होंने मेरी छवि खराब करने के लिए ऐसा किया। वे इसे व्यवस्थित रूप से करते रहे हैं। उन्होंने रोहित वेमुला के साथ किया, उन्होंने चंद्रशेखर आजाद के साथ किया, अब वे मुझे निशाना बना रहे हैं। आपराधिक साजिश, पूजा स्थल से संबंधित अपराध, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और लोगों को उकसाने के आरोप में मेवाणी को कल कोकराझार की एक स्थानीय अदालत से जमानत मिल गई। मेवाणी के खिलाफ ताजा आरोप बारपेटा से हैं, जब वह तीन दिनों के लिए पुलिस हिरासत में थे। मेवाणी के वकील ने कहा- "हम बिल्कुल हैरान हैं। जब वह तीन दिनों तक पुलिस हिरासत में थे तो अधिकारियों पर हमले के बारे में कोई कानाफूसी नहीं हुई। जमानत मिलने के बाद अचानक उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। 

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