सार

कोविंद ने छठे 'भारत जल सप्ताह' का शुभारंभ करते हुए कहा कि जल संरक्षण के मामले में लापरवाही बरती गई है और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए ताकि भावी पीढ़ियों को स्वच्छ पेयजल मिले

नई दिल्ली (New Delhi). राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने जल की खपत (वाटर फुट प्रिंट) कम किए जाने की आवश्यकता पर बल देते हुए मंगलवार को कहा कि किसानों, कॉरपोरेट दिग्गजों और सरकारी निकायों को इस पर सक्रियता से विचार करने की जरूरत है।

कोविंद ने छठे 'भारत जल सप्ताह' का शुभारंभ करते हुए कहा कि जल संरक्षण के मामले में लापरवाही बरती गई है और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए ताकि भावी पीढ़ियों को स्वच्छ पेयजल मिले।

राष्ट्रपति ने कहा, "हम कार्बन का प्रयोग कम करने की बात अक्सर करते हैं। अब समय आ गया है कि हम जल का प्रयोग कम करने की आवश्यकता पर बात करें। हमारे किसानों, कॉरपोरेट दिग्गजों और सरकारी निकायों को विभिन्न फसलों एवं उद्योगों में जल की खपत कम करने पर सक्रियता से विचार करना चाहिए। हमें कृषि एवं उद्योग की ऐसी पद्धतियां प्रोत्साहित करनी चाहिए जिनमें जल की कम से कम खपत हो।"

उन्होंने 'जल जीवन मिशन' के लिए सरकार की प्रशंसा की जिसके तहत देश के सभी घरों में स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने का संकल्प लिया गया है।

 

[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है]